Top Polluted Cities in India : दुनिया के 20 प्रदूषित शहरों में 13 भारतीय

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Top Polluted Cities in India: भारत में वायु प्रदूषण को लेकर चिंता बढ़ाने वाली एक ताज़ा रिपोर्ट सामने आई है। मंगलवार (11 मार्च 2025) को जारी “विश्व वायु गुणवत्ता रिपोर्ट 2024” (World Air Quality Report 2024) के अनुसार, दुनिया के 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 भारत के हैं। इस लिस्ट में असम का बर्नीहाट (Burnihat) सबसे ऊपर है, जहां वायु प्रदूषण का स्तर WHO के मानकों से 40 गुना ज्यादा दर्ज किया गया है। इस रिपोर्ट को स्विस वायु गुणवत्ता प्रौद्योगिकी कंपनी IQAir ने जारी किया है। रिपोर्ट में PM 2.5 और PM 10 जैसे हानिकारक कणों की सांद्रता के आधार पर शहरों की रैंकिंग की गई है।

IQAir रिपोर्ट की खास बातें

  1. बर्नीहाट (असम) सबसे प्रदूषित शहर: बर्नीहाट में PM 2.5 का स्तर 320 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर (µg/m³) दर्ज किया गया, जो WHO के मानकों (5 µg/m³) से 40 गुना अधिक है। यह विश्व स्तर पर सबसे ज्यादा प्रदूषित शहर के रूप में दर्ज हुआ है।
  2. भारतीय शहरों की स्थिति चिंताजनक: टॉप 20 सबसे प्रदूषित शहरों में से 13 शहर भारत के हैं। दिल्ली, गाजियाबाद, पटना, फरीदाबाद, लखनऊ और नोएडा जैसे बड़े शहरों की स्थिति चिंताजनक है।
  3. वैश्विक परिदृश्य: बर्नीहाट के अलावा पाकिस्तान का लाहौर और चीन का होटान भी टॉप-5 में शामिल हैं। भारत साल 2024 में दुनिया का 5वां सबसे प्रदूषित देश बना, जबकि 2023 में यह तीसरे स्थान पर था।

भारत के सबसे प्रदूषित शहर (Top Polluted Cities in India)

रैंक शहर का नाम राज्य औसत PM 2.5 (µg/m³)
1 बर्नीहाट (Burnihat) असम 320
2 दिल्ली (Delhi) दिल्ली 91.6
3 मुल्लानपुर (Mullanpur) पंजाब 88.4
4 फरीदाबाद (Faridabad) हरियाणा 87.1
5 लोनी (Loni) उत्तर प्रदेश 85.7
6 नई दिल्ली (New Delhi) दिल्ली 83.2
7 गुरुग्राम (Gurugram) हरियाणा 82.5
8 गंगानगर (Ganganagar) राजस्थान 81.3
9 ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) उत्तर प्रदेश 80.2
10 भिवाड़ी (Bhiwadi) राजस्थान 79.8
11 मुजफ्फरनगर (Muzaffarnagar) उत्तर प्रदेश 78.5
12 हनुमानगढ़ (Hanumangarh) राजस्थान 77.6
13 नोएडा (Noida) उत्तर प्रदेश 75.9

बर्नीहाट प्रदूषण का केंद्र क्यों बना?

औद्योगिक गतिविधियां: बर्नीहाट में कोयला आधारित उद्योगों और फैक्ट्रियों की भरमार है। इनसे निकलने वाले जहरीले धुएं और कणों से वायु गुणवत्ता खराब होती है।

यातायात का दबाव: पुराने वाहनों और सार्वजनिक परिवहन के अभाव से उत्सर्जन बढ़ा है। सड़कों पर भारी वाहनों का दबाव अधिक है।

भौगोलिक स्थिति: बर्नीहाट घाटी क्षेत्र में स्थित है, जिससे प्रदूषक कण हवा में फंस जाते हैं।

कचरा जलाना: खुले में कचरा जलाने से विषाक्त गैसें निकलती हैं। इससे PM 2.5 और PM 10 के स्तर में वृद्धि होती है।

प्रदूषण से प्रमुख स्वस्थ्य समस्याएं:

IQAir की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में वायु प्रदूषण के कारण औसतन जीवन प्रत्याशा 5.2 साल तक कम हो रही है। लैंसेट प्लैनेटरी हेल्थ के अनुसार भारत में हर साल 15 लाख मौतें वायु प्रदूषण के कारण हो रही हैं। अस्थमा, ब्रोंकाइटिस, हृदय रोग और फेफड़ों के कैंसर का खतरा बढ़ा है। ये दिक्कतें प्रमुख हैं: सांस की बीमारियां (अस्थमा, ब्रोंकाइटिस), दिल का दौरा और उच्च रक्तचाप, फेफड़ों का कैंसर, बच्चों में मानसिक और शारीरिक विकास पर असर, कमजोर प्रतिरक्षा तंत्र।

प्रदूषण से कैसे बच सकते हैं?

भारत में वायु प्रदूषण एक गंभीर संकट बन चुका है। रिपोर्ट के नतीजे बताते हैं कि अगर अब भी सख्त कदम नहीं उठाए गए, तो आने वाले समय में स्वास्थ्य और पर्यावरण पर भारी असर पड़ेगा। सरकार, उद्योगों और आम नागरिकों को मिलकर साफ हवा के लिए ठोस और दीर्घकालिक उपाय करने होंगे। इन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है-

  • घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें।
  • सार्वजनिक परिवहन और कारपूलिंग को प्राथमिकता दें।
  • घर में एयर प्यूरीफायर लगाएं।
  • कचरा जलाने से बचें और पेड़ लगाएं।
  • औद्योगिक प्रदूषण के खिलाफ आवाज उठाएं।

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