Jobs in Europe for Indians : भारतीय पेशेवर और छात्र अब अमेरिका (US) और कनाडा (Canada) की बजाय यूरोपीय देशों जैसे जर्मनी और ब्रिटेन को करियर का नया गढ़ मान रहे हैं। यूरोप भारतीयों के लिए एक बेहतर करियर डेस्टिनेशन के रूप में उभर रहा है। जहां अमेरिका और कनाडा की इमिग्रेशन पॉलिसी कठिन हो रही है, वहीं जर्मनी और ब्रिटेन ने भारतीयों के लिए स्किल्ड वर्कर वीजा और PR की प्रक्रिया को सरल बना दिया है। अगर आप भी विदेश में करियर बनाने की सोच रहे हैं, तो यूरोप आपकी अगली मंजिल हो सकती है।
यहां पढ़ें : OECD माइग्रेशन रिपोर्ट
यूरोप की ‘स्किल्ड वर्कर’ नीतियां : जॉब वीजा में आसानी
जर्मनी का ब्लू कार्ड वीजा (Blue Card Visa)
- जर्मनी ने भारतीय पेशेवरों के लिए ब्लू कार्ड स्कीम शुरू की है।
- 2024 में ब्लू कार्ड वीजा के लिए कोटा बढ़ाकर 60,000 कर दिया गया है।
- इसके तहत नौकरी के लिए न्यूनतम वेतन सीमा भी घटाई गई है:
- IT और इंजीनियरिंग सेक्टर: €45,552 प्रति वर्ष
- अन्य सेक्टर: €58,400 प्रति वर्ष
- ब्लू कार्ड वीजा के तहत 5 साल के भीतर स्थायी निवास (PR) मिलने का प्रावधान है।
जर्मन सरकार की आधिकारिक वेबसाइट पर अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें।
ब्रिटेन का स्किल्ड वर्कर वीजा (Skilled Worker Visa)
- ब्रिटेन में स्किल्ड वर्कर वीजा भारतीयों के लिए सबसे बड़ा आकर्षण बन गया है।
- ब्रेक्जिट के बाद भारतीय पेशेवरों को वीजा के लिए प्राथमिकता दी जा रही है।
- इसके तहत नौकरी के लिए न्यूनतम वेतन:
- आईटी और इंजीनियरिंग: £26,200 प्रति वर्ष
- हेल्थकेयर सेक्टर: £20,960 प्रति वर्ष
- वीजा अवधि पूरी होने के बाद स्थायी निवास (PR) के लिए आवेदन किया जा सकता है।
UK होम ऑफिस की आधिकारिक वेबसाइट पर अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें।
US और कनाडा में चुनौतियां
H1B वीजा में अस्थिरता (US)
- अमेरिका में H1B वीजा के अप्रूवल रेट में कमी आई है।
- 2024 में H1B के लिए आवेदन करने वाले भारतीयों की स्वीकृति दर केवल 28% रही।
- ग्रीन कार्ड के लिए 10-15 साल तक का वेटिंग पीरियड हो सकता है।
कनाडा में PR के लिए सख्त नियम
- कनाडा ने हाल ही में एक्सप्रेस एंट्री के तहत अंक प्रणाली (CRS) को कठिन कर दिया है।
- एक्सप्रेस एंट्री के तहत कट-ऑफ स्कोर 500+ तक पहुंच गया है।
शिक्षा और रिसर्च के अवसर: यूरोप की टॉप यूनिवर्सिटी कौन सी हैं?
देश | प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ | फीस (प्रतिवर्ष) |
---|---|---|
जर्मनी | म्यूनिख यूनिवर्सिटी, हाइडलबर्ग यूनिवर्सिटी | न्यूनतम या मुफ्त |
ब्रिटेन | ऑक्सफोर्ड, कैम्ब्रिज, लंदन स्कूल ऑफ इकॉनॉमिक्स | £10,000 – £40,000 |
फ्रांस | सोरबोन यूनिवर्सिटी, PSL रिसर्च यूनिवर्सिटी | €2,500 – €15,000 |
नीदरलैंड | यूनिवर्सिटी ऑफ एम्सटर्डम, डेल्फ्ट यूनिवर्सिटी | €6,000 – €20,000 |
- यूरोपीय देशों में इंटरनेशनल स्टूडेंट्स के लिए स्कॉलरशिप की व्यवस्था भी है।
- जर्मनी में पार्ट-टाइम जॉब की अनुमति होती है, जिससे भारतीय छात्रों को पढ़ाई के साथ काम करने का अवसर मिलता है।
क्वालिटी ऑफ़ लाइफ: सामाजिक सुरक्षा और संस्कृति
- वर्क-लाइफ बैलेंस: जर्मनी और ब्रिटेन में काम के घंटे सीमित हैं।
- स्वास्थ्य सुविधाएँ: यूरोप में सरकारी हेल्थकेयर सिस्टम के तहत भारतीयों को मुफ्त इलाज मिलता है।
- पब्लिक ट्रांसपोर्ट: यूरोप में सस्ते और सुविधाजनक परिवहन का नेटवर्क है।
- 30-35 दिन का वार्षिक अवकाश और अतिरिक्त पब्लिक हॉलिडे।
प्रमुख क्षेत्रों में भारतीयों के लिए रोजगार के अवसर
सेक्टर | जर्मनी | ब्रिटेन |
---|---|---|
आईटी | सॉफ्टवेयर डेवलपर, डेटा एनालिस्ट | वेब डेवलपर, नेटवर्क इंजीनियर |
इंजीनियरिंग | मैकेनिकल, ऑटोमोटिव, एयरोस्पेस | सिविल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल |
हेल्थकेयर | डॉक्टर, नर्स, फिजियोथेरेपिस्ट | फार्मासिस्ट, मेडिकल साइंटिस्ट |
फाइनेंस | इन्वेस्टमेंट एनालिस्ट, एकाउंटेंट | बैंकिंग, फाइनेंशियल प्लानर |
शिक्षा और रिसर्च | प्रोफेसर, रिसर्च एसोसिएट | स्कूल टीचर, लैब असिस्टेंट |
भारतीयों के लिए PR (स्थायी निवास) की प्रक्रिया
जर्मनी में PR
- ब्लू कार्ड होल्डर्स के लिए 33 महीने में PR पाने की पात्रता।
- अगर आपने B1 लेवल की जर्मन भाषा सीख ली है तो केवल 21 महीने में PR मिल सकता है।
ब्रिटेन में PR
- स्किल्ड वर्कर वीजा पर 5 साल तक काम करने के बाद PR के लिए पात्रता।
- PR मिलने के बाद फैमिली सेटलमेंट और नागरिकता के लिए आवेदन का मौका।


पंकज जोशी हिंदी पत्रकारिता का जाना पहचाना नाम हैं। बिजनेस, ऑटो, टेक और आर्थिक मामलों के जानकार है। लगभग 25 वर्षों से विभिन्न संस्थानों में सेवाएं दे चुके हें। विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें प्रकाशित। कई मीडिया शो और इंटरव्यू के जरिए दुनियाभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। UNCUT TIMES के वरिष्ठ सहयोगी के रूप में टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इनसे pankajjoshi@uncuttimes.com पर संपर्क किया जा सकता है।
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