गूगल की सबसे बड़ी डील : इस साइबर सिक्योरिटी कंपनी को खरीदा

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Google biggest ever deal : टेक दिग्गज गूगल ने अपने इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा अधिग्रहण (Acquisition) किया है। कंपनी ने घोषणा की है कि वह साइबर सिक्योरिटी कंपनी Wiz को 32 बिलियन डॉलर (लगभग 27 खरब 63 अरब 35 करोड़ 68 लाख रुपये) में खरीदने जा रही है। इस डील के साथ Wiz अबतक की सबसे महंगी साइबर सिक्योरिटी कंपनी बन गई है। यह सौदा 2012 में किए गए मोटोरोला मोबिलिटी (Motorola Mobility) के 12.5 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण से भी बड़ा है। इस लिहाज से यह गूगल की सबसे बड़ी डील है। 

क्या है गूगल की सबसे बड़ी डील? (Google biggest ever deal)

बिंदुविवरण
अधिग्रहण मूल्य32 अरब डॉलर (27 खरब 63 अरब रुपये)
कंपनीWiz (इजरायल आधारित स्टार्टअप)
CEOअसाफ रप्पापोर्ट (Assaf Rappaport)
स्थापना2020
मुख्यालयन्यूयॉर्क
कर्मचारी2500 (116 भारत में)
राजस्व (2024)1 अरब डॉलर
डील की समाप्ति2026 तक

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गूगल ने Wiz को क्यों खरीदा?

गूगल द्वारा Wiz का अधिग्रहण उसकी क्लाउड कंप्यूटिंग सेवाओं को मजबूत करने के उद्देश्य से किया गया है। गूगल क्लाउड कंप्यूटिंग मार्केट में माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन जैसी कंपनियों से पीछे चल रहा था। जेनरेटिव एआई (Generative AI) के बढ़ते प्रभाव ने क्लाउड कंप्यूटिंग सेक्टर में प्रतिस्पर्धा को और बढ़ा दिया है। ऐसे में गूगल की नजर एक ऐसी कंपनी पर थी, जो उसकी क्लाउड सुरक्षा को मजबूत कर सके और बाजार में उसकी पकड़ को मजबूत बना सके। Wiz एक साइबर सिक्योरिटी स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना 2020 में इजरायल में की गई थी। इस कंपनी के पास क्लाउड सिक्योरिटी के उन्नत समाधान हैं, जो गूगल को माइक्रोसॉफ्ट एज्योर (Microsoft Azure) और अमेजन वेब सर्विसेज (Amazon Web Services – AWS) के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में मजबूती देगा।

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Wiz कौन सी कंपनी है और इसके प्रोडक्ट्स क्या हैं?

Wiz एक इजरायली स्टार्टअप है, जिसकी स्थापना 2020 में की गई थी। Wiz को इजरायली सेना से जुड़े चार दोस्तों ने मिलकर शुरू किया था। यह कंपनी मुख्य रूप से क्लाउड इन्फ्रास्ट्रक्चर की सुरक्षा के लिए टूल्स तैयार करती है। Wiz के पास क्लाउड सुरक्षा से जुड़े ऐसे समाधान हैं, जो कंपनियों के डेटा को हैकिंग और साइबर अटैक से बचाते हैं। Wiz का वर्तमान वैल्यूएशन 12 बिलियन डॉलर है। पिछले साल Wiz का रेवेन्यू 1 बिलियन डॉलर से अधिक हो गया था। कंपनी के पास कुल 2500 कर्मचारी हैं, जिनमें से 116 कर्मचारी भारत में काम करते हैं।

Wiz के प्रमुख प्रोडक्ट्स

Threat Detection Tools: क्लाउड डेटा पर साइबर अटैक की पहचान करता है।
Risk Management Tools: क्लाउड सुरक्षा से जुड़े खतरों को कम करता है।
AI-Based Security Solutions: AI-आधारित टूल्स से क्लाइंट्स को सुरक्षित रखता है।
Cloud Monitoring: क्लाइंट्स के क्लाउड डेटा पर नजर रखता है और सुरक्षा उपाय करता है।

यहां देखें : Wiz की ऑफिशियल वेबसाइट

गूगल ने 9 बिलियन डॉलर ज्यादा दिए

गूगल पिछले कुछ सालों से Wiz को खरीदने की कोशिश कर रहा था। इससे पहले, गूगल ने 2024 में Wiz को 23 बिलियन डॉलर में खरीदने का प्रस्ताव दिया था, जिसे Wiz ने ठुकरा दिया था। बाद में Wiz ने IPO लाने की योजना बनाई थी, लेकिन बाज़ार की अनिश्चितता के कारण कंपनी ने इस योजना को रद्द कर दिया।  इस डील की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि गूगल ने Wiz को खरीदने के लिए 32 बिलियन डॉलर में खरीदने का नया प्रस्ताव दिया, जिसे कंपनी ने स्वीकार कर लिया। इस डील के तहत Wiz को 2026 तक गूगल के स्वामित्व में पूरी तरह से लाया जाएगा। यह सौदा 2012 में किए गए मोटोरोला मोबिलिटी (Motorola Mobility) के 12.5 बिलियन डॉलर के अधिग्रहण से भी बड़ा है।

डील पर सुंदर पिचाई का बयान

गूगल के CEO सुंदर पिचाई ने इस डील पर कहा कि Wiz के साथ जुड़ने से गूगल क्लाउड की सुरक्षा और विश्वसनीयता में बड़ा बदलाव आएगा। पिचाई ने कहा, “Wiz की मजबूत क्लाउड सुरक्षा तकनीक और गूगल के क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर का मेल ग्राहकों के लिए एक बड़ा फायदा साबित होगा। इससे गूगल क्लाउड की सेवाएं अधिक सुरक्षित और किफायती बनेंगी।”  Wiz के सीईओ असाफ रप्पापोर्ट (Assaf Rappaport) ने कहा, “Wiz और Google Cloud दोनों का मानना है कि क्लाउड सुरक्षा को आसान, सुलभ और इंटेलीजेंट बनाने की जरूरत है, ताकि अधिक संगठन क्लाउड और AI का सुरक्षित उपयोग कर सकें।”

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क्लाउड कंप्यूटिंग मार्केट पर असर

गूगल का यह कदम माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।

  • माइक्रोसॉफ्ट एज्योर (Azure) और अमेजन वेब सर्विसेज (AWS) फिलहाल मार्केट लीडर हैं।
  • गूगल क्लाउड अब तक इस मार्केट में पिछड़ रहा था।
  • Wiz के जुड़ने से गूगल की क्लाउड सुरक्षा और प्रतिस्पर्धा करने की क्षमता मजबूत होगी।
  • गूगल को नए क्लाइंट्स मिलने की संभावना बढ़ेगी।

बढ़ते साइबर हमले और Wiz की अहमियत

हाल के वर्षों में साइबर हमलों की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। बड़ी टेक कंपनियां, वित्तीय संस्थान और सरकारी एजेंसियां लगातार साइबर हमलों के निशाने पर रही हैं। ऐसे में साइबर सिक्योरिटी का बाजार तेजी से बढ़ा है। Wiz जैसी कंपनियां इस बढ़ती मांग को पूरा कर रही हैं, जो क्लाउड डेटा की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उन्नत समाधान प्रदान करती हैं। Wiz के क्लाउड सिक्योरिटी समाधानों का उपयोग करने से गूगल को अपने क्लाइंट्स के डेटा की सुरक्षा को मजबूत करने में मदद मिलेगी। इससे न केवल गूगल क्लाउड की लोकप्रियता बढ़ेगी, बल्कि माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन के मुकाबले गूगल की स्थिति भी मजबूत होगी। गूगल का यह अधिग्रहण साइबर सिक्योरिटी के क्षेत्र में कंपनी के वर्चस्व को मजबूत करेगा। गूगल क्लाउड को इससे बड़ा फायदा मिलेगा, जिससे माइक्रोसॉफ्ट और अमेजन को सीधी चुनौती मिलेगी। Wiz के जुड़ने से गूगल क्लाउड अधिक सुरक्षित और प्रतिस्पर्धी बनेगा। इस अधिग्रहण से न केवल गूगल के क्लाउड डिवीजन का विस्तार होगा, बल्कि साइबर सुरक्षा में भी नई क्रांति देखने को मिलेगी।

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Pankaj Joshi senior Jounalist

पंकज जोशी हिंदी पत्रकारिता का जाना पहचाना नाम हैं। बिजनेस, ऑटो, टेक और आर्थिक मामलों के जानकार है। लगभग 25 वर्षों से विभिन्न संस्थानों में सेवाएं दे चुके हें। विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें प्रकाशित। कई मीडिया शो और इंटरव्यू के जरिए दुनियाभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। UNCUT TIMES के वरिष्ठ सहयोगी के रूप में टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इनसे pankajjoshi@uncuttimes.com पर संपर्क किया जा सकता है।


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