Grok AI chatbot controversy : AI दुनिया में एक नया नाम चर्चा में है — ग्रोक (Grok)। एलन मस्क की कंपनी xAI की ओर से बनाया गया यह AI चैटबॉट अपने बेबाक अंदाज और रीयल-टाइम डेटा एक्सेस के साथ ChatGPT, Google के Gemini, और DeepSeek जैसे दिग्गजों को टक्कर देने आया है। ग्रोक (Grok) चैटबॉट अपने अनोखे जवाब और रीयल-टाइम डेटा एक्सेस के लिए चर्चा में है। हालांकि, हाल के दिनों में ग्रोक अपने विवादास्पद उत्तरों के कारण भी सुर्खियों में आ गया है।
AI की दुनिया में नया खिलाड़ी ग्रोक
ग्रोक, अपने रीयल-टाइम डेटा एक्सेस और सैर्कास्टिक टोन के साथ, एआई चैटबॉट्स की दुनिया में एक नया दृष्टिकोण लाता है। हालांकि, इसके विवादास्पद उत्तर और गाली-गलौज के उपयोग के कारण इसकी विश्वसनीयता पर सवाल उठ रहे हैं। यदि xAI इन मुद्दों को सुलझा लेता है और भारतीय बाजार के लिए मूल्य निर्धारण और भाषाई समर्थन में सुधार करता है, तो ग्रोक भारत में एक महत्वपूर्ण एआई टूल बन सकता है। ग्रोक, अपने रीयल-टाइम डेटा और ह्यूमर के साथ AI इंडस्ट्री में नया मोड़ ला सकता है।
ग्रोक एआई क्यों चर्चा में है? (Grok AI chatbot controversy)
रीयल-टाइम डेटा एक्सेस : ग्रोक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) के लाइव डेटा और ट्रेंड्स को एनालाइज़ करता है, जिससे यह उपयोगकर्ताओं को ताजातरीन जानकारी प्रदान कर सकता है।
बेबाक अंदाज : यह चैटबॉट सवालों के जवाब देते समय हास्य और व्यंग्य का उपयोग करता है, जिससे बातचीत अधिक रोचक बनती है।
मल्टीमॉडल क्षमता : ग्रोक टेक्स्ट और इमेज दोनों इनपुट को प्रोसेस कर सकता है, जिससे यह विभिन्न प्रकार की सामग्री के साथ इंटरैक्ट करने में सक्षम है।
ट्रांसपेरेंसी : जवाब देते समय ग्रोक अपने सोर्सेस और रीजनिंग को स्पष्ट रूप से बताता है, जिससे उपयोगकर्ता उसके उत्तरों की विश्वसनीयता को समझ सकते हैं।
क्रिएटिविटी : यह जोक्स, कविताएं, और कोड लिखने में भी माहिर है, जिससे यह एक बहुमुखी चैटबॉट बनता है।
यहां देखें : ग्रोक ऑफिशियल अपडेट्स
ग्रोक को लेकर विवाद, सरकार जांच कराएगी
एलन मस्क की कंपनी xAI द्वारा विकसित AI टूल ‘ग्रोक’ को लेकर विवाद भी शुरू हो गया है। दावा किया जा रहा है कि ग्रोक ने कुछ सवालों के जवाब में अपशब्दों का इस्तेमाल किया है, जिससे सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई है। एक मामले में ग्रोक ने आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बेटे तेज प्रताप यादव को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद इसे लेकर विवाद खड़ा हो गया। इसके अलावा, ग्रोक नेताओं और विवादित मुद्दों पर भी खुलकर जवाब दे रहा है, जो अन्य AI टूल्स (जैसे ChatGPT, Gemini, DeepSeek) आमतौर पर करने से बचते हैं। इस मामले में भारत सरकार का सूचना एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय सक्रिय हो गया है और उसने कहा है कि इस घटना की जांच की जाएगी। मंत्रालय ने यह भी स्पष्ट किया है कि वह X (पूर्व ट्विटर) के संपर्क में है और उन कारकों की जांच करेगा, जिनके कारण ग्रोक ने इस तरह के आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया। इस विवाद के बीच ग्रोक की विश्वसनीयता और AI के भविष्य पर भी सवाल उठने लगे हैं।
चैटजीपीटी, जेमिनी, डीपसीक की ग्रोक से तुलना
फीचर | ग्रोक | चैटजीपीटी | जेमिनी | डीपसीक |
---|---|---|---|---|
डेवलपर | xAI (एलन मस्क) | OpenAI | DeepSeek | |
मुख्य विशेषता | रीयल-टाइम डेटा + सैर्कास्टिक टोन | GPT-4 टेक्नोलॉजी | मल्टीमॉडल एआई | कोडिंग और रिसर्च |
भाषा समर्थन | अंग्रेजी, हिंदी स्लैंग भी | 50+ भाषाएं | 40+ भाषाएं | अंग्रेजी, हिंदी, चाइनीज़ |
एक्सेसिबिलिटी | X सब्सक्राइबर्स | फ्री और प्रो वर्जन | फ्री (बीटा) | फ्री और प्रो वर्जन |
कीमत | फिलहाल फ्री | $20/माह (GPT-4) | फ्री | फ्री |
यूएसपी | X का डेटा एक्सेस, हिंदी स्लैंग | सटीक और विस्तृत जवाब | गूगल सर्च इंटीग्रेशन | कोड ऑटो-कंप्लीट |
ग्रोक का भविष्य: भारत में संभावनाएं
ग्रोक भारत में AI इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव ला सकता है। इसकी सबसे बड़ी ताकत X (पूर्व ट्विटर) के रीयल-टाइम डेटा तक सीधी पहुंच है, जिससे यह भारत के न्यूज़, मार्केट ट्रेंड्स और सोशल मीडिया एनालिसिस के क्षेत्र में क्रांति ला सकता है। एलन मस्क की कंपनी xAI ने इसे कई भारतीय भाषाओं में लाने की योजना बनाई है, जिससे इसका उपयोगकर्ता आधार और भी बड़ा हो सकता है। इसके अलावा, Krutrim (ओला का AI) और ChatGPT का फ्री वर्जन भी ग्रोक के लिए प्रतिस्पर्धा खड़ी कर सकते हैं। यदि xAI भारतीय क्षेत्रीय भाषाओं में सपोर्ट जोड़ता है, तो ग्रोक भारत में AI का प्रमुख खिलाड़ी बन सकता है। इसके लाइव डेटा एक्सेस की वजह से इसे पत्रकारिता, ऑनलाइन मार्केटिंग, सोशल मीडिया एनालिटिक्स और रियल-टाइम इंफॉर्मेशन सेक्टर में व्यापक रूप से अपनाया जा सकता है।
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ग्रोक का इस्तेमाल कैसे करें?
- लॉग इन करें: X ऐप या वेबसाइट पर अपने अकाउंट से लॉग इन करें।
- एक्सेस करें: यदि आप X प्रीमियम+ के सब्सक्राइबर हैं, तो “Grok” आइकन पर क्लिक करें।
- सवाल पूछें: आप किसी भी टॉपिक पर सवाल पूछ सकते हैं, जैसे “आज की ट्रेंडिंग न्यूज़ क्या है?”
- फीडबैक दें: ग्रोक के जवाबों पर प्रतिक्रिया देकर इसे बेहतर बनाने में मदद करें।
- सोर्सेस चेक करें: ग्रोक के जवाबों के साथ दिए गए सोर्सेस को भी वेरीफाई करें ताकि जानकारी की प्रामाणिकता सुनिश्चित हो सके।
ग्रोक के फायदे और नुकसान
फायदे | नुकसान |
---|---|
रीयल-टाइम अपडेट्स – X (ट्विटर) के ट्रेंड्स और न्यूज पर तुरंत प्रतिक्रिया। | विवादास्पद जवाब – ग्रोक के कुछ जवाब गाली-गलौज और अनुचित भाषा से भरे होते हैं। |
सटीक डेटा – लाइव डेटा तक सीधा एक्सेस, जिससे डेटा की सटीकता बढ़ती है। | गोपनीयता की समस्या – X के डेटा एक्सेस से प्राइवेसी को लेकर सवाल। |
ह्यूमर और क्रिएटिविटी – जवाबों को अधिक रोचक और व्यंग्यात्मक बनाता है। | सीमित भाषाई समर्थन – फिलहाल केवल अंग्रेजी और हिंदी स्लैंग में उपलब्ध। |
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