उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 की गाइडलाइन जारी, यहां देखें

Chardham Yatra 2025 : उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 के लिए ब्रॉशर जारी किया गया

Chardham Yatra 2025 : उत्तराखंड में हर साल लाखों श्रद्धालु चारधाम यात्रा के लिए आते हैं। यह यात्रा हिंदू धर्म में अत्यंत महत्वपूर्ण मानी जाती है, जिसमें चार पवित्र धाम – यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ शामिल हैं। उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 को सुरक्षित और सुगम बनाने के लिए प्रदेश सरकार ने नई गाइडलाइन जारी की हैं।

उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 : क्या है नई गाइडलाइन?

उत्तराखंड सरकार ने चारधाम यात्रा को व्यवस्थित और सुरक्षित बनाने के लिए कई नियम लागू किए हैं। ये गाइडलाइन यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाई गई हैं। नीचे प्रमुख बिंदु दिए गए हैं:

  • अनिवार्य ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन: सभी यात्रियों को यात्रा से पहले ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। रजिस्ट्रेशन आधिकारिक वेबसाइट पर किया जा सकता है। इसके अलावा, टूरिस्ट केयर उत्तराखंड मोबाइल ऐप या व्हाट्सएप नंबर (+91 8394833833) पर “यात्रा” टाइप करके भी पंजीकरण शुरू किया जा सकता है।
  • बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन: यात्रियों को बायोमेट्रिक रजिस्ट्रेशन कराना होगा, जो ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से किया जा सकता है। यह प्रक्रिया पूरी तरह मुफ्त है।
  • स्वास्थ्य जांच: वृद्ध यात्रियों और स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित लोगों को उत्तराखंड स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइन के अनुसार स्वास्थ्य जांच करानी होगी।
  • ई-पास की आवश्यकता: यात्रा के दौरान ई-पास अनिवार्य है। बिना रजिस्ट्रेशन और ई-पास के यात्रियों को प्रवेश बिंदुओं पर रोका जा सकता है।
  • वाहन नियम: तीर्थयात्रियों के वाहन केवल दिन में चल सकेंगे। सूर्यास्त के बाद पहाड़ी क्षेत्रों में ड्राइविंग पर प्रतिबंध है।
  • भीड़ प्रबंधन: भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 31 मई 2025 तक वीआईपी दर्शनों पर रोक लगाई गई है।

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यात्रा की तैयारी: क्या ले जाएं?

चारधाम यात्रा उच्च हिमालयी क्षेत्रों में होती है, इसलिए उचित तैयारी आवश्यक है। नीचे कुछ सुझाव दिए गए हैं:

  • गर्म कपड़े: ऊनी कपड़े, जैकेट, दस्ताने, और मोजे साथ रखें, क्योंकि मौसम ठंडा रहता है।
  • पहचान पत्र: आधार कार्ड, वोटर आईडी, या ड्राइविंग लाइसेंस जैसे दस्तावेज अनिवार्य हैं।
  • प्राथमिक चिकित्सा किट: सामान्य दवाएं और प्राथमिक चिकित्सा सामग्री साथ रखें।
  • खान-पान: ताजा और गर्म भोजन करें। कच्चे या ठंडे भोजन से बचें, क्योंकि लंबी यात्रा में पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
  • अच्छे जूते: पैदल यात्रा के लिए आरामदायक और मजबूत स्पोर्ट्स जूते पहनें।

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यात्रा के लिए कैसे पहुंचें?

चारधाम यात्रा आमतौर पर हरिद्वार या ऋषिकेश से शुरू होती है। यात्रा के लिए निम्नलिखित साधन उपलब्ध हैं:

  • रेल मार्ग: नजदीकी रेलवे स्टेशन हरिद्वार, ऋषिकेश, या देहरादून हैं। यहां से सड़क मार्ग से आगे की यात्रा की जा सकती है।
  • सड़क मार्ग: उत्तराखंड पर्यटन विभाग और निजी ऑपरेटर बस, टैक्सी, और वैन की सुविधा प्रदान करते हैं।
  • हेलीकॉप्टर सेवा: बद्रीनाथ और केदारनाथ के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं उपलब्ध हैं। प्रति व्यक्ति लागत लगभग 1,85,000 रुपये है।

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चारधाम यात्रा का महत्व

चारधाम यात्रा को हिंदू धर्म में मोक्ष प्राप्ति का मार्ग माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, यमुनोत्री से शुरू होकर बद्रीनाथ पर समाप्त होने वाली यह यात्रा भक्तों के सभी पापों को धो देती है। यमुनोत्री मां यमुना को समर्पित है, गंगोत्री मां गंगा का धाम है, केदारनाथ भगवान शिव का निवास है, और बद्रीनाथ भगवान विष्णु को समर्पित है।

यात्रा का सही क्रम और समय

धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, चारधाम यात्रा की शुरुआत यमुनोत्री से होनी चाहिए, इसके बाद गंगोत्री, केदारनाथ, और अंत में बद्रीनाथ के दर्शन किए जाते हैं। यह क्रम पश्चिम से पूर्व की ओर जाता है, जो शास्त्रों में वर्णित है।

यात्रा का समय आमतौर पर अप्रैल-मई से अक्टूबर-नवंबर तक होता है, क्योंकि सर्दियों में भारी बर्फबारी के कारण मंदिरों के कपाट बंद रहते हैं। अक्षय तृतीया के अवसर पर यात्रा शुरू होती है और दीपावली के बाद भाई दूज के दिन समाप्त होती है।

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उत्तराखंड चारधाम यात्रा 2025 : सुरक्षा और सुविधाएं

उत्तराखंड सरकार ने यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं:

  • मेडिकल कैंप और हेल्पडेस्क विभिन्न स्थानों पर स्थापित किए गए हैं।
  • पुलिस और एनडीआरएफ टीमें तैनात हैं।
  • मौसम की स्थिति के आधार पर मार्ग खोलने या बंद करने का निर्णय लिया जाता है।

चारधाम यात्रा पैकेज

कई ट्रैवल एजेंसियां चारधाम यात्रा के लिए पैकेज प्रदान करती हैं। इनमें आवास, भोजन, और परिवहन शामिल होते हैं। ऑनलाइन बुकिंग, ट्रैवल एजेंट, या पर्यटक सूचना केंद्रों के माध्यम से पैकेज बुक किए जा सकते हैं। ट्रेन से यात्रा की लागत प्रति व्यक्ति 37,000-40,000 रुपये के बीच हो सकती है। किसी भी पेमेंट से पहले अच्छी तरह पड़ताल कर लें ताकि ठगी के शिकार न हों।

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SD Pandey

शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।


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