कानपुर : उत्तर प्रदेश का पहला फुटवियर पार्क कानपुर के रमईपुर क्षेत्र में 131.69 एकड़ क्षेत्रफल में स्थापित किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (UPSIDA) की यह परियोजना न केवल राज्य के औद्योगिक ढांचे को मजबूती देगी, बल्कि निवेश और रोजगार के नए द्वार भी खोलेगी।
हर प्रकार के जूते और चमड़े के उत्पाद बनेंगे
उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीएसआईडीए) द्वारा संचालित इस परियोजना का उद्देश्य कानपुर को फुटवियर और चमड़ा उद्योग का एक प्रमुख केंद्र बनाना है। यह पार्क विभिन्न प्रकार के फुटवियर उत्पादों जैसे यूनिफॉर्म शूज, स्पोर्ट्स शूज, कैजुअल शूज, मोकासिन, बैलेरिना, सैंडल, पीवीसी फुटवियर और तैयार चमड़े के सामान के निर्माण के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करेगा। एमएसएमई नीति 2022 के तहत इस पहल का उद्देश्य स्थानीय उद्योगों को सशक्त करना, निवेशकों को आकर्षित करना और युवाओं के लिए बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित करना है।
रोजगार और आर्थिक विकास को बढ़ावा
यूपीएसआईडीए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी मयूर माहेश्वरी ने इस परियोजना को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए कहा, “कानपुर में प्रस्तावित फुटवियर पार्क न केवल स्थानीय उद्योगों को मजबूत करेगा, बल्कि हजारों युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेगा। एमएसएमई नीति 2022 के तहत प्रोत्साहन उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित करेंगे और उत्तर प्रदेश को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य को साकार करने में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”
कानपुर में ही फुटवियर पार्क क्यों
कानपुर पहले से ही अपने चमड़ा उद्योग के लिए प्रसिद्ध है, और यह फुटवियर पार्क इस क्षेत्र को वैश्विक स्तर पर और अधिक प्रतिस्पर्धी बनाएगा। अत्याधुनिक बुनियादी ढांचे, निवेशक-अनुकूल नीतियों और सरकार के समर्थन के साथ, यह पार्क उत्तर प्रदेश के औद्योगिक परिदृश्य को नया आयाम देगा। यह परियोजना न केवल स्थानीय उद्यमियों के लिए बल्कि राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय निवेशकों के लिए भी एक सुनहरा अवसर है।
प्लग-एंड-प्ले मॉडल
यूपीएसआईडीए ने इस पार्क में ‘प्लग-एंड-प्ले’ मॉडल को लागू किया है, जो उद्यमियों को न्यूनतम लागत और समय में उत्पादन शुरू करने की सुविधा प्रदान करता है। इस मॉडल के तहत बिजली, पानी, सीवरेज और उपयोग के लिए तैयार फैक्ट्री शेड जैसी सभी आवश्यक सुविधाएं पहले से उपलब्ध होंगी। इसके अलावा, पार्क में एक कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) भी स्थापित किया जाएगा, जिसमें प्रयोगशालाएं, डिज़ाइन स्टूडियो, पैकेजिंग इकाइयां और प्रशिक्षण केंद्र शामिल होंगे। ये सुविधाएं उत्पादन दक्षता को बढ़ाने, उत्पाद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और वैश्विक बाजार में प्रतिस्पर्धात्मकता को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी।
आधुनिक बुनियादी ढांचे से लैस होगा पार्क
✅ 83 एकड़ में 75 औद्योगिक भूखंड
✅ 5.46 एकड़ में 2 गोदाम भूखंड
✅ 5 किमी लंबा सड़क नेटवर्क
✅ 10 किमी आरसीसी आधारित जल निकासी प्रणाली
✅ 5 टन प्रतिदिन की ठोस अपशिष्ट प्रबंधन क्षमता (₹2 करोड़ की लागत से)
✅ 10 एमएलडी जल आपूर्ति (भूमिगत स्रोत से)
✅ 220 केवी सबस्टेशन और 40 मेगावाट बिजली क्षमता
कॉमन फैसिलिटी सेंटर (CFC) की सुविधा
प्रयोगशालाएं
डिजाइन स्टूडियो
पैकेजिंग इकाइयां
प्रशिक्षण केंद्र
यह सभी सुविधाएं उत्पाद की गुणवत्ता बढ़ाने, उत्पादन दक्षता सुधारने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थानीय उद्योगों को सक्षम बनाने में सहायक होंगी।
निवेशकों के लिए आकर्षक भुगतान योजना
आवेदन के समय: भूमि मूल्य का 5% भुगतान
आवंटन के 60 दिन के भीतर: 20% राशि
कुल 25% भुगतान के बाद भूखंड का कब्जा प्रदान
शेष 75% राशि: 6 अर्ध-वार्षिक किश्तों में
भूमि दर: ₹4600 प्रति वर्ग मीटर
पूर्ण भुगतान (60 दिन के भीतर) पर 2% की छूट
पूरी प्रक्रिया ‘निवेश मित्र पोर्टल’ के माध्यम से डिजिटल है, जिससे पारदर्शिता और निवेशकों की सुविधा सुनिश्चित की जा रही है। निवेश प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए, आवेदन प्रक्रिया को निवेश मित्र पोर्टल के माध्यम से पूरी तरह डिजिटल कर दिया गया है।


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