जापान को पीछे छोड़ देगी भारत की अर्थव्यवस्था, दस सवालों में जानें सब कुछ

जापान को पीछे छोड़ देगी भारत की अर्थव्यवस्था, दस सवालों में जानें सब कुछ

नई दिल्ली : अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की ताजा World Economic Outlook (अप्रैल 2025) रिपोर्ट ने भारत की आर्थिक प्रगति को लेकर बड़ा दावा किया है। भारत 2025 में जापान को पीछे छोड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है। यह उपलब्धि भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा, जो वैश्विक आर्थिक मंच पर देश के बढ़ते दबदबे को दर्शाता है। आइए, 10 महत्वपूर्ण सवालों के जवाब से इसे समझते हैं।

1. IMF ने भारत की अर्थव्यवस्था को लेकर क्या दावा किया है?

IMF की World Economic Outlook रिपोर्ट के अनुसार, भारत 2025 में जापान को पछाड़कर दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। भारत की नॉमिनल जीडीपी 2025 में 4.187 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जो जापान की अनुमानित जीडीपी 4.186 ट्रिलियन डॉलर से थोड़ी अधिक होगी। यह एक कड़े मुकाबले में भारत की जीत होगी।

2. भारत की वर्तमान आर्थिक स्थिति क्या है?

2024 तक भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था था, जिसने 2022 में यूनाइटेड किंगडम (यूके) को पीछे छोड़कर यह स्थान हासिल किया था। IMF के अनुमान के मुताबिक, 2025 में भारत जापान को पछाड़कर चौथे स्थान पर पहुंच जाएगा। भारत की जीडीपी वर्तमान में करीब 4.3 ट्रिलियन डॉलर है, जो 2015 में 2.1 ट्रिलियन डॉलर थी।

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3. भारत कब तक तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है?

IMF की रिपोर्ट के अनुसार, भारत का आर्थिक विकास यहीं नहीं रुकेगा। 2028 तक भारत जर्मनी को पीछे छोड़कर दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है। उस समय भारत की जीडीपी 5.58 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि जर्मनी की जीडीपी 5.25 ट्रिलियन डॉलर रह सकती है।

4. भारत की जीडीपी कब 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचेगी?

IMF के अनुमानों के मुताबिक, भारत 2027 तक 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर होगा, जो भारत की तेजी से बढ़ती आर्थिक शक्ति को दर्शाएगा। 2028 तक यह आंकड़ा और बढ़कर 5.58 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच सकता है।

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5. 2025 में दुनिया की टॉप 10 अर्थव्यवस्थाएं कौन सी होंगी?

रैंकदेशअनुमानित GDP (2025)
1अमेरिका$30.5 ट्रिलियन
2चीन$19.2 ट्रिलियन
3जर्मनी$4.74 ट्रिलियन
4भारत$4.18 ट्रिलियन
5जापान$4.18 ट्रिलियन
6यूनाइटेड किंगडम$3.83 ट्रिलियन
7फ्रांस$3.21 ट्रिलियन
8इटली$2.42 ट्रिलियन
9कनाडा$2.22 ट्रिलियन
10ब्राज़ील$2.12 ट्रिलियन

6. भारत की आर्थिक वृद्धि के पीछे क्या कारण हैं?

IMF की रिपोर्ट के अनुसार, भारत की आर्थिक वृद्धि अपेक्षाकृत स्थिर है, और इसका प्रमुख कारण ग्रामीण क्षेत्रों में निजी खपत में वृद्धि है। इसके अलावा, भारत की युवा और गतिशील जनसंख्या, बढ़ता मध्यम वर्ग, डिजिटल परिवर्तन, और सरकार की नीतियां जैसे मेक इन इंडिया और PLI योजना भी आर्थिक विकास को गति दे रही हैं।

7. वैश्विक व्यापार तनाव का भारत पर क्या असर पड़ेगा?

IMF ने भारत की ग्रोथ रेट 2025 के लिए 6.5% से घटाकर 6.2% कर दी है। इसकी वजह अमेरिका की टैरिफ नीतियों से उत्पन्न वैश्विक व्यापार तनाव है। हालांकि, भारत की अर्थव्यवस्था अन्य प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं की तुलना में अधिक स्थिर बनी रहेगी, क्योंकि यह घरेलू खपत पर अधिक निर्भर है।

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8. जापान की अर्थव्यवस्था क्यों पिछड़ रही है?

जापान की अर्थव्यवस्था कई चुनौतियों का सामना कर रही है, जिसमें नकारात्मक जनसंख्या वृद्धि, संरचनात्मक सुधारों में विफलता, और वैश्विक व्यापार तनाव शामिल हैं। जापान की जीडीपी वृद्धि दर 2024 में मात्र 0.3% रहने का अनुमान है, जो भारत की तुलना में काफी कम है। इसके अलावा, जापानी येन का मूल्यह्रास भी उसकी अर्थव्यवस्था को प्रभावित कर रहा है।

9. क्या भारत की आर्थिक प्रगति नई वैश्विक व्यवस्था की शुरुआत है?

IMF ने चेतावनी दी है कि पिछले 80 वर्षों से चली आ रही वैश्विक आर्थिक व्यवस्था बदल रही है। भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और उसका बढ़ता भू-राजनीतिक प्रभाव इस नई व्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाला दशक भारत के लिए निर्णायक होगा।

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10. भारत की अर्थव्यवस्था का भविष्य क्या है?

IMF और अन्य वैश्विक संस्थानों का मानना है कि यदि भारत मौजूदा विकास दर को बनाए रखता है, तो वह हर 1.5 साल में अपनी जीडीपी में 1 ट्रिलियन डॉलर जोड़ सकता है। 2032 तक भारत 10 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन सकता है। भारत की यह उपलब्धि केवल आर्थिक आंकड़ों तक सीमित नहीं है। यह देश की युवा शक्ति, नवाचार, और नीतिगत सुधारों का परिणाम है। IMF की रिपोर्ट उस दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम को दर्शाती है। भारत की अर्थव्यवस्था न केवल जापान और जर्मनी जैसे देशों को पीछे छोड़ रही है, बल्कि वैश्विक मंच पर एक नई आर्थिक व्यवस्था की नींव भी रख रही है।

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Pankaj Joshi senior Jounalist

पंकज जोशी हिंदी पत्रकारिता का जाना पहचाना नाम हैं। बिजनेस, ऑटो, टेक और आर्थिक मामलों के जानकार है। लगभग 25 वर्षों से विभिन्न संस्थानों में सेवाएं दे चुके हें। विभिन्न विषयों पर कई पुस्तकें प्रकाशित। कई मीडिया शो और इंटरव्यू के जरिए दुनियाभर में अपनी पहचान बना चुके हैं। UNCUT TIMES के वरिष्ठ सहयोगी के रूप में टीम का मार्गदर्शन कर रहे हैं। इनसे pankajjoshi@uncuttimes.com पर संपर्क किया जा सकता है।


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