टनकपुर/चम्पावत। उत्तराखंड के चम्पावत जिले से एक दर्दनाक हादसे की खबर सामने आई है। टनकपुर स्थित डा. अब्दुल कलाम इंजीनियरिंग कॉलेज परिसर में निर्माणाधीन शौचालय के सेप्टिक टैंक की शटरिंग खोलने के दौरान एक इंजीनियर और मिस्त्री की दम घुटने से मौत हो गई। यह हादसा रविवार को तब हुआ जब दोनों पिट में गए और बाहर नहीं निकल पाए।
महिला छात्रावास के लिए बन रहा था टैंक
जानकारी के अनुसार, कॉलेज परिसर में महिला छात्रावास के लिए शौचालय का सेप्टिक टैंक बनाया जा रहा था। कुछ सप्ताह पहले पिट का लेंटर डाला गया था, जिसकी शटरिंग रविवार को कार्यदायी संस्था द्वारा खोली जा रही थी।
हादसा कैसे हुआ?
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, नौगांव पीलीभीत निवासी 24 वर्षीय मिस्त्री हसन पुत्र तौकीर रजा शटरिंग खोलने के लिए टैंक में उतरा। जब वह काफी देर तक बाहर नहीं निकला तो कंपनी का इंजीनियर शिवराज चौहान भी उसे देखने के लिए अंदर चला गया। फिर दोनों ही बाहर नहीं लौटे।
करीब एक घंटे तक कोई हलचल न होने पर मौके पर हड़कंप मच गया। तत्काल पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और दमकल विभाग की टीम को सूचना दी गई। रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर दोनों को अचेत अवस्था में बाहर निकाला गया और उप जिला अस्पताल टनकपुर ले जाया गया। चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
मृतक इंजीनियर अल्मोड़ा का निवासी
मृतक इंजीनियर 24 वर्षीय शिवराज चौहान मूल रूप से अल्मोड़ा जिले के दन्या क्षेत्र के चगेटी भनौली का रहने वाला था। जबकि मिस्त्री हसन पीलीभीत जिले से काम करने आया था। हादसे की सूचना मिलते ही दोनों परिवारों में कोहराम मच गया है।
चिकित्सकों ने बताई मौत की वजह
टनकपुर उप जिला अस्पताल के चिकित्साधीक्षक डॉ. घनश्याम तिवारी के अनुसार, प्रथम दृष्टया दोनों की मौत का कारण दम घुटना प्रतीत हो रहा है। बताया गया कि दोनों के मुंह में गंदा पानी भी भरा हुआ था। हालांकि, मौत के वास्तविक कारणों की पुष्टि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी।
कितना बड़ा था सेप्टिक टैंक?
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि हादसे का शिकार हुआ सेप्टिक टैंक लगभग 10 फीट गहरा, आठ फीट लंबा और छह फीट चौड़ा था। संभावना जताई जा रही है कि टैंक के भीतर जहरीली गैस भरने से दोनों की सांसें थम गईं।
पुलिस ने शुरू की जांच
पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही हादसे की विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। प्रशासन ने मृतकों के परिजनों को घटना की जानकारी दे दी है।
ग्रामीणों में आक्रोश
इस दर्दनाक हादसे के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि निर्माण कार्य के दौरान सुरक्षा मानकों की अनदेखी की गई, जिसकी वजह से यह दुर्घटना घटी। लोग मांग कर रहे हैं कि जिम्मेदारों पर कड़ी कार्रवाई हो और पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिया जाए।


मनीषा हिंदी पत्रकारिेता में 20 वर्षों का गहन अनुभव रखती हैं। हिंदी पत्रकारिेता के विभिन्न संस्थानों के लिए काम करने का अनुभव। खेल, इंटरटेनमेंट और सेलीब्रिटी न्यूज पर गहरी पकड़। Uncut Times के साथ सफर आगे बढ़ा रही हैं। इनसे manisha.media@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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