देहरादून : कोरोना यानी कोविड-19 के मामलों में हालिया वृद्धि के चलते उत्तराखंड सरकार ने कमर कस ली है। राज्य के सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा डॉ. आर राजेश कुमार ने निर्देश दिए हैं कि राज्य के हर अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र और मेडिकल कॉलेज में कोविड से निपटने की सभी व्यवस्थाएं पूरी तरह सक्रिय और सुदृढ़ होनी चाहिए। उन्होंने विभागीय अधिकारियों के साथ कोविड प्रबंधन को लेकर बैठक में कहा कि राज्य में अभी स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन हमें हर संभावित चुनौती के लिए तैयार रहना होगा।
नए मामले आने के बाद सतर्कता
हाल ही में उत्तराखंड में भी कोविड-19 के मामले सामने आए हैं, जिनमें गुजरात और पश्चिम बंगाल से आए दो लोगों में वायरस की पुष्टि हुई है। देहरादून में तीन नए मामले दर्ज किए गए, जिसके बाद प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। स्वास्थ्य विभाग ने इन मामलों को गंभीरता से लेते हुए स्क्रीनिंग, जांच, और निगरानी को और सख्त करने के निर्देश दिए हैं।
रैपिड रिस्पांस टीमें तैयार
डॉ. आर. राजेश कुमार ने बैठक में कहा कि हमारी रैपिड रिस्पांस टीमें प्रशिक्षित और तैयार हैं। हमारा प्रयास है कि राज्य के हर अस्पताल, स्वास्थ्य केंद्र, और मेडिकल कॉलेज में कोविड-19 से संबंधित सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध हों। इसमें आइसोलेशन बेड, ऑक्सीजन सप्लाई, प्रशिक्षित स्वास्थ्यकर्मी, और जांच सुविधाएं शामिल हैं। उन्होंने जनता से अपील की कि वे कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क पहनें, हाथों की स्वच्छता बनाए रखें, भीड़भाड़ से बचें, और लक्षण दिखने पर तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। साथ ही, उन्होंने अफवाहों से दूर रहने और स्वास्थ्य विभाग के दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी।
चिकित्सा सुविधाओं को दुरुस्त करने के निर्देश
राज्य सरकार ने सभी सरकारी और निजी अस्पतालों, मेडिकल कॉलेजों को कोविड-19 मरीजों के उपचार के लिए व्यापक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।
- आइसोलेशन बेड और आईसीयू: सभी अस्पतालों में पर्याप्त संख्या में आइसोलेशन बेड और आईसीयू बेड की उपलब्धता।
- ऑक्सीजन सप्लाई: ऑक्सीजन सिलेंडर, ऑक्सीजन कंसंट्रेटर, और ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट की व्यवस्था।
- वेंटिलेटर और बाइपैप मशीनें: गंभीर मरीजों के लिए आवश्यक उपकरणों की उपलब्धता।
- आवश्यक दवाइयां: कोविड-19 उपचार के लिए जरूरी दवाओं का पर्याप्त स्टॉक।
इन संसाधनों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने सभी जिलों को नियमित निगरानी और समीक्षा करने का निर्देश दिया है। कोविड पॉजिटिव नमूनों को Whole Genome Sequencing (WGS) के लिए भेजने का आदेश भी दिया गया है, ताकि वायरस के नए वेरिएंट की पहचान समय पर हो सके।
फिर से जनजागरूकता अभियान
राज्य सरकार एक बार फिर स्वास्थ्यकर्मियों को कोविड प्रबंधन के लिए प्रशिक्षित करेगी। साथ ही जनता को जागरूक करने के लिए व्यापक अभियान चलाया जाएगा जिसमें मास्क पहनना, हाथ धोना, भीड़ से बचना और लक्षण दिखने पर डॉक्टर से संपर्क जैसे जरूरी निर्देश शामिल होंगे। स्वास्थ्य सचिव ने नागरिकों से अपील की कि वे जिम्मेदार नागरिक की भूमिका निभाएं और अपने परिवार व समाज को सुरक्षित रखने में योगदान दें।
समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य सचिव डॉ. आर. राजेश कुमार ने अधिकारियों को किसी भी संभावित आपात स्थिति के लिए पूरी तरह तैयार रहने के निर्देश दिए। बैठक में महानिदेशक चिकित्सा डॉ. सुनीता टम्टा, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, असिस्टेंट डायरेक्टर डॉ. पंकज सिंह, सीएमओ देहरादून डॉ. मनोज शर्मा, सीएमएस दून मेडिकल कॉलेज डॉ. आरएस बिष्ट सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।


शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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