अल्मोड़ा : अगर आपने भी ‘साईं राम बिलटेक लिमिटेड’, ‘राम मल्टी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड’ या ‘अनन्या आरटीएम सेल एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड’ में पैसे जमा किए हैं, तो सतर्क हो जाइए। उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में एक करोड़ की चिटफंड ठगी का खुलासा हुआ है। इस मामले में फरार चल रहे मुख्य आरोपी और फर्जी कंपनी के चेयरमैन संजय सिंह मेवाड़ा को पुलिस ने मध्यप्रदेश से गिरफ्तार कर लिया है।
कैसे हुआ था ठगी का खेल शुरू?
पीड़ित प्रकाश सिंह ने पुलिस को बताया कि वर्ष 2014 में इन कंपनियों ने तहसील द्वाराहाट के बग्वालीपोखर मेन मार्केट में अपना कार्यालय खोला। वैध कागजात और रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र दिखाकर लोगों को निवेश के लिए प्रेरित किया गया। भरोसा जीतने के लिए कंपनी कुछ समय तक लेन-देन भी करती रही। 2014 से 2017 के बीच कंपनी ने आरडी (Recurring Deposit) और एफडी (Fixed Deposit) के नाम पर सैकड़ों लोगों से लगभग 1 करोड़ रुपये जमा कराए।
इस तरह लोगों को फंसाया
साई राम बिलटेक लिमिटेड, राम मल्टी प्रोड्यूसर कंपनी लिमिटेड, और अनन्या आरटीएम सेल एंड मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड ने 2014 में अल्मोड़ा के द्वाराहाट क्षेत्र में अपना नेटवर्क फैलाया। इन कंपनियों ने:
उच्च लाभ का लालच: निवेशकों को RD और FD योजनाओं में दोगुना-तिगुना रिटर्न का वादा किया।
झूठे दस्तावेज: फर्जी रजिस्ट्रेशन प्रमाण पत्र और अन्य कागजात दिखाकर विश्वास जीता।
एजेंट नेटवर्क: स्थानीय लोगों को एजेंट बनाकर निवेशकों का भरोसा बढ़ाया।
सॉफ्टवेयर सिस्टम: ऑनलाइन सॉफ्टवेयर के जरिए निवेश और लेन-देन का झांसा दिया।
ऐसे खुला धोखाधड़ी का मामला
अगस्त 2017 में अचानक कंपनी ने अपना सॉफ्टवेयर बंद कर दिया और धीरे-धीरे संपर्क के सारे माध्यम बंद कर दिए गए। तब पीड़ित प्रकाश सिंह ने 22 फरवरी 2021 को थाना द्वाराहाट में तहरीर दी थी। तहरीर के आधार पर थाना द्वाराहाट में FIR No- 06/2021 दर्ज की गई। चूंकि यह मामला एक बड़े आर्थिक अपराध से जुड़ा था, इसलिए पुलिस ने गंभीरता से जांच शुरू की।
मध्यप्रदेश से गिरफ्तारी
एसएसपी देवेन्द्र पींचा के निर्देश पर धोखाधड़ी में शामिल आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए एक विशेष अभियान शुरू किया गया। इसी वर्ष जनवरी में फरार आरोपी संजय सिंह मेवाड़ा पर ₹5000 का इनाम घोषित किया गया था। पुलिस टीम ने तकनीकी सर्विलांस और जमीनी स्तर पर सूचनाओं के आधार पर आखिरकार 3 जून 2025 को 1200 किलोमीटर दूर मिसरोद (जिला शाजापुर), मध्यप्रदेश से आरोपी संजय सिंह मेवाड़ा (40 वर्ष) को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूलतः गांव ढावलाधीर (ढावलामाता), थाना काला पीपल, शाजापुर, मध्यप्रदेश का रहने वाला है।
और भी पीड़ित सामने आएंगे
पुलिस अब इस ठगी के अन्य पीड़ितों और आरोपी के नेटवर्क की तह तक जाने की कोशिश में जुटी है। संजय सिंह मेवाड़ा को अल्मोड़ा लाया गया है, जहां उससे पूछताछ जारी है। पुलिस अन्य फरार आरोपियों की तलाश में है। एसएसपी देवेंद्र पींचा ने कहा, “हमारी प्राथमिकता निवेशकों को न्याय दिलाना है। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
निवेश करने से पहले ध्यान दें
कंपनी की जांच: निवेश से पहले कंपनी का रजिस्ट्रेशन और लाइसेंस सेबी या आरबीआई की वेबसाइट पर जांचें।
दस्तावेज सत्यापन: कंपनी के कागजात और पैन, जीएसटी, और रजिस्ट्रेशन नंबर की जांच करें।
विशेषज्ञ की सलाह: वित्तीय सलाहकार से परामर्श लें।
छोटे निवेश से शुरुआत: बड़े निवेश से पहले छोटी राशि निवेश करके कंपनी की विश्वसनीयता जांचें।
शिकायत दर्ज करें: धोखाधड़ी होने पर तुरंत पुलिस या साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें।


शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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