भूकंप के तेज झटकों से दहशत, दिल्ली तक असर, 800 से ज्यादा लोगों की मौत

नई दिल्ली। अफगानिस्तान में सोमवार देर रात आए शक्तिशाली भूकंप ने भारी तबाही मचाई है। पाकिस्तान सीमा के पास पूर्वी हिस्से में आए इस भूकंप की तीव्रता 6.0 रिक्टर स्केल मापी गई। झटके इतने तेज थे कि असर पाकिस्तान और भारत की राजधानी दिल्ली तक महसूस किया गया। अब तक 800 से ज्यादा लोगों की मौत और 2500 से अधिक लोगों के घायल होने की पुष्टि हुई है। राहत और बचाव दल मलबे में दबे लोगों की तलाश में जुटे हुए हैं, जिससे मृतकों की संख्या और बढ़ने की आशंका है।

कुनार और नंगरहार में सबसे ज्यादा तबाही

तालिबान सरकार के गृह मंत्रालय के प्रवक्ता अब्दुल मतीन कानी ने बताया कि कुनार प्रांत में सबसे ज्यादा तबाही हुई है, जहां 800 लोगों की मौत और 2500 से अधिक लोग घायल हुए हैं। नंगरहार प्रांत में भी दर्जनभर लोगों की मौत और सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबर है।

भूकंप का केंद्र नंगरहार प्रांत के जलालाबाद शहर से 27 किलोमीटर पूर्व-उत्तर-पूर्व में था और इसकी गहराई मात्र 8 किलोमीटर थी। आमतौर पर सतही भूकंप ज्यादा विनाशकारी होते हैं और यही वजह है कि कई गांव पूरी तरह से धराशायी हो गए।

अस्पतालों में भीड़, बचाव अभियान जारी

कुनार आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने बताया कि नूर गुल, सोकी, वातपुर, मनोगी और चापादारे जिलों में सबसे अधिक नुकसान हुआ है। यहां कम से कम 250 लोगों की मौत और 500 लोग घायल हुए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता शराफत जमान के मुताबिक राजधानी काबुल, नंगरहार और कुनार से मेडिकल टीमें प्रभावित इलाकों में भेजी गई हैं। हालांकि अभी भी कई क्षेत्रों से सही जानकारी नहीं पहुंच पाई है, जिससे मृतकों और घायलों की संख्या में बदलाव की आशंका बनी हुई है।

जलालाबाद में व्यापक नुकसान

जलालाबाद, अफगानिस्तान का एक प्रमुख व्यापारिक शहर है जिसकी आबादी लगभग 3 लाख मानी जाती है। पाकिस्तान सीमा के नजदीक होने के कारण यह बड़ा कारोबारी केंद्र है। शहर और इसके आसपास के इलाके में ज्यादातर इमारतें कम ऊंचाई की हैं, जो ईंट और कंक्रीट से बनी हैं, जबकि बाहरी इलाकों में मिट्टी और लकड़ी के घर हैं। घटिया निर्माण के कारण कई घर पूरी तरह से ढह गए।

अफगानिस्तान में बार-बार आपदाएं

अफगानिस्तान पहले भी भीषण भूकंप का सामना कर चुका है। पिछले साल 7 अक्टूबर 2023 को 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें तालिबान सरकार के अनुमान के मुताबिक लगभग 4000 लोग मारे गए, जबकि संयुक्त राष्ट्र ने मृतकों की संख्या लगभग 1500 बताई थी। यह हाल के वर्षों की सबसे भयावह प्राकृतिक आपदाओं में से एक थी।

भारत-पाकिस्तान में भी असर

अफगानिस्तान के इस भूकंप के झटके पड़ोसी देशों पाकिस्तान और भारत तक पहुंचे। दिल्ली-एनसीआर सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में देर रात लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। हालांकि भारत में किसी तरह के नुकसान की खबर नहीं है।

Manisha Mediaperson

मनीषा हिंदी पत्रकारिेता में 20 वर्षों का गहन अनुभव रखती हैं। हिंदी पत्रकारिेता के विभिन्न संस्थानों के लिए काम करने का अनुभव। खेल, इंटरटेनमेंट और सेलीब्रिटी न्यूज पर गहरी पकड़। Uncut Times के साथ सफर आगे बढ़ा रही हैं। इनसे manisha.media@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।


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