हल्द्वानी/दिल्ली : रानीखेत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15014) को लेकर रेलवे प्रशासन ने एक महत्वपूर्ण अपडेट जारी किया है, जो उत्तराखंड के काठगोदाम से जैसलमेर (राजस्थान) जाने वाले यात्रियों के लिए बेहद जरूरी है। उत्तर रेलवे के दिल्ली सराय रोहिल्ला-रेवाड़ी खंड पर चल रहे निर्माण कार्य के कारण इस ट्रेन का मार्ग परिवर्तित किया गया है।
नया परिवर्तित मार्ग
रेलवे प्रशासन ने बताया कि 15014 काठगोदाम-जैसलमेर एक्सप्रेस निर्धारित दिवस पर अब अपने नियमित मार्ग के स्थान पर वैकल्पिक रूट से संचालित की जाएगी।
नई दिल्ली → पलवल → मथुरा जंक्शन → भरतपुर → बांदीकुई → जयपुर
इस परिवर्तन के चलते ट्रेन अब इन स्टेशनों से होकर जाएगी, जिससे समय और स्टेशन दोनों में बदलाव देखने को मिलेगा।
किन स्टेशनों पर नहीं रुकेगी ट्रेन?
रूट परिवर्तन के कारण कुछ महत्वपूर्ण स्टेशनों पर रानीखेत एक्सप्रेस का ठहराव रद्द कर दिया गया है।
- दिल्ली सराय रोहिल्ला
- दिल्ली कैंट
- गुड़गांव
- पटौदी रोड
- रेवाड़ी
- वावल
- खुरहट
- अलवर
- राजगढ़
इन स्टेशनों पर यात्रा करने वाले यात्रियों को वैकल्पिक व्यवस्था करनी होगी। रेलवे ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे अपनी यात्रा की योजना बनाते समय इस बदलाव को ध्यान में रखें।
रानीखेत एक्सप्रेस का रूट परिवर्तन: क्यों और कब?
उत्तर रेलवे ने बताया कि दिल्ली सराय रोहिल्ला-रेवाड़ी खंड पर खलीलपुर और रेवाड़ी स्टेशनों के बीच पुल संख्या-98ए पर गर्डर कार्य के लिए ब्लॉक लिया जाएगा। इस निर्माण कार्य के कारण दो सितंबर 2025 को काठगोदाम से प्रस्थान करने वाली रानीखेत एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 15014) अपने सामान्य मार्ग के बजाय एक वैकल्पिक मार्ग से संचालित होगी।
रानीखेत एक्सप्रेस दिल्ली-राजस्थान तक
रानीखेत एक्सप्रेस उत्तराखंड के काठगोदाम को राजस्थान के जैसलमेर से जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण ट्रेन है। यह ट्रेन कुमाऊं क्षेत्र के पर्यटकों, स्थानीय निवासियों, और व्यवसायियों के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी है। यह ट्रेन नैनीताल, हल्द्वानी, और रानीखेत जैसे पर्यटन स्थलों को दिल्ली, जयपुर, और जैसलमेर जैसे प्रमुख शहरों से जोड़ती है। काठगोदाम से शुरू होने वाली यह ट्रेन उत्तराखंड के खूबसूरत पहाड़ी इलाकों से लेकर राजस्थान के रेगिस्तानी क्षेत्रों तक एक लंबी यात्रा तय करती है। इस ट्रेन में एसी 2 टियर, एसी 3 टियर, स्लीपर, और जनरल कोच उपलब्ध हैं, जो अलग-अलग वर्ग के यात्रियों की जरूरतों को पूरा करते हैं।
ट्रैक अपग्रेड से सुधार आएगा
उत्तर रेलवे का यह ब्लॉक और गर्डर कार्य रेलवे के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। खलीलपुर-रेवाड़ी खंड पर पुल के गर्डर कार्य से रेलवे ट्रैक की सुरक्षा और स्थायित्व बढ़ेगा, जिससे भविष्य में ट्रेनों का संचालन और अधिक सुरक्षित और सुचारु होगा। पिछले कुछ वर्षों में उत्तर रेलवे ने अपने नेटवर्क में कई सुधार किए हैं, जिसमें दिल्ली-जयपुर और दिल्ली-रेवाड़ी जैसे व्यस्त खंडों पर ट्रैक दोहरीकरण, विद्युतीकरण, और पुलों का नवीनीकरण शामिल है। यह कार्य उसी दिशा में एक कदम है, जो यात्रियों को लंबे समय तक बेहतर सेवाएं प्रदान करेगा।
रेलवे की अपील और सुझाव
उत्तर रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे इस रूट परिवर्तन के कारण होने वाली असुविधा के लिए सहयोग करें। रेलवे ने यह भी सुझाव दिया है कि यात्री अपनी यात्रा से पहले IRCTC वेबसाइट, NTES (नेशनल ट्रेन इन्क्वायरी सिस्टम), या रेलवे हेल्पलाइन के माध्यम से ट्रेन की स्थिति की जांच करें। यात्रियों को सलाह दी जाती है कि वे वैकल्पिक ट्रेनों जैसे उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस या दिल्ली-जयपुर डबल डेकर की उपलब्धता की जांच करें, जो इस मार्ग पर अन्य विकल्प हो सकता है।


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