Ayodhya News : अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि पर बन रहा भव्य राम मंदिर अब अपने निर्माण के अंतिम चरण में है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के तहत राम मंदिर भवन निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने में अयोध्या में तीन दिवसीय बैठक के दौरान निर्माण कार्यों की समीक्षा की और स्थलीय निरीक्षण के बाद प्रगति पर संतोष जताया। उन्होंने घोषणा की कि 15 मई 2025 तक मंदिर की पहली मंजिल पर राम दरबार का निर्माण पूरा हो जाएगा।
राम मंदिर निर्माण की प्रगति
राम मंदिर का निर्माण कार्य युद्धस्तर पर चल रहा है। नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि मंदिर का शिखर निर्माण अपने अंतिम चरण में है। 15 मई तक शिखर पर ध्वज दंड स्थापित किया जाएगा, और मंदिर को पूरी तरह सजाया जाएगा। इसके साथ ही, पहली मंजिल पर राम दरबार की स्थापना का कार्य भी तेजी से पूरा हो रहा है। मंदिर परिसर में परकोटा और अन्य संरचनाओं का निर्माण भी समयबद्ध तरीके से आगे बढ़ रहा है। मंदिर के शिखर पर तड़ित चालक और एविएशन लाइट लगाई जाएगी, ताकि मंदिर की संरचना सुरक्षा के सभी मानकों को पूरा करे।
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राम दरबार और मूर्तियों की स्थापना
राम दरबार में भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न, और हनुमान जी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। अप्रैल और मई 2025 के दौरान मंदिर परिसर में महापुरुषों, साधु-संतों, और भगवान की मूर्तियों की स्थापना होगी। सप्त मंदिरों की सात प्रतिमाएं, जिनमें महर्षि वाल्मीकि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, अगस्त्य, निषाद राज, शबरी, और अहिल्या शामिल हैं, अब राम जन्मभूमि परिसर में पहुंच चुकी हैं। इन मूर्तियों को शीघ्र ही स्थापित किया जाएगा।
इसके अलावा, रामेश्वरम में भगवान राम द्वारा शिव पूजन को दर्शाने वाली विशेष कलाकृति भी अयोध्या पहुंच चुकी है। इसे मंदिर के प्रथम तल के ऊपर स्थापित किया जाएगा। प्रसिद्ध मूर्तिकार वासुदेव कामद द्वारा परकोटे में लगाए जा रहे म्यूरल्स का परीक्षण भी जारी है, जो मंदिर की भव्यता और आध्यात्मिक ऊर्जा को और सशक्त बनाएंगे।
प्रवेश द्वार पर 500 वर्षों का इतिहास
राम मंदिर के पूरब दिशा के मुख्य प्रवेश द्वार पर पिछले 500 वर्षों के संघर्ष और मंदिर के इतिहास को कलात्मक रूप से प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी श्रद्धालुओं को मंदिर की ऐतिहासिक यात्रा से परिचित कराएगी। इसके अतिरिक्त, यात्री सुविधा केंद्र में भी मंदिर के इतिहास से जुड़ी जानकारी उपलब्ध कराई गई है।
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श्रद्धालुओं के लिए विशेष व्यवस्था
गर्मियों में श्रद्धालुओं को राहत प्रदान करने के लिए राम मंदिर दर्शन मार्ग पर कैनोपी की व्यवस्था की जा रही है। एक मार्ग पर एलएनटी और दूसरे पर राजकीय निर्माण निगम द्वारा कैनोपी का निर्माण किया जा रहा है। मंदिर में लाइटिंग की व्यवस्था धार्मिक गरिमा को ध्यान में रखकर की जाएगी, ताकि यह पिकनिक स्पॉट जैसा न लगे, बल्कि भक्तों में शांति और भक्ति का भाव जागृत हो। वासुदेव कामद द्वारा बनाए गए म्यूरल्स मंदिर की दीवारों पर रामायण के प्रमुख प्रसंगों को जीवंत करेंगे, जो श्रद्धालुओं को एक दृश्यात्मक यात्रा प्रदान करेंगे।
निर्माण में चुनौतियां और समाधान
मंदिर निर्माण के दौरान कुछ चुनौतियां सामने आईं, जैसे सामग्री आपूर्ति में देरी और मजदूरों की कमी। हालांकि, निर्माण समिति ने इन समस्याओं का समाधान करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। नृपेंद्र मिश्रा ने आश्वासन दिया कि गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं होगा और सभी कार्य समय पर पूरे किए जा रहे हैं।
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