पंचाचूली देश गीत के गायक गणेश मर्तोलिया की बहन और नानी की मशरूम खाने से मौत

पिथौरागढ़। उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध कुमाऊंनी लोकगायक गणेश मर्तोलिया, जिन्हें उनके लोकप्रिय गीत ‘पंचाचूली देश’ के लिए जाना जाता है, के परिवार पर एक गहरा दुख टूट पड़ा है। उनकी 70 वर्षीय नानी कुंती देवी और 28 वर्षीय बहन दीया मर्तोलिया की जंगली मशरूम खाने से मौत हो गई है। इस हृदय विदारक हादसे से न केवल मर्तोलिया परिवार बल्कि पूरे कुमाऊं क्षेत्र और उत्तराखंड के संगीत प्रेमियों में शोक की लहर दौड़ गई है।

पिथौरागढ़ में हुई दुखद घटना

घटना पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी ब्लॉक के धापा गांव की है, जो मुनस्यारी से लगभग 17 किलोमीटर दूर स्थित है। 11 जुलाई 2025 को, कुंती देवी और दीया ने भोजन में जंगली मशरूम का सेवन किया। कुछ ही समय में दोनों की तबीयत बिगड़ने लगी। परिजन उन्हें पहले पिथौरागढ़ जिला अस्पताल ले गए, लेकिन स्थिति में सुधार नहीं हुआ।

हल्द्वानी ले जाते वक्त दीया की एंबुलेंस में मौत

जब हालत गंभीर होती गई तो परिजनों ने दोनों को हल्द्वानी के सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) ले जाने का निर्णय लिया। लेकिन रविवार रात खटीमा के पास, दीया की हालत और ज्यादा बिगड़ गई और उसने एंबुलेंस में ही दम तोड़ दिया। कुंती देवी को एसटीएच में भर्ती कराया गया और आईसीयू में रखा गया, लेकिन सोमवार को उन्होंने भी अंतिम सांस ली।

गणेश मर्तोलिया ने दी अंतिम विदाई

वर्तमान में एसबीआई में कार्यरत लोकगायक गणेश मर्तोलिया, जो हल्द्वानी के कटघरिया क्षेत्र में रहते हैं, ने बताया कि उनकी नानी और बहन उनके साथ ही रहती थीं। गर्मियों में नानी की तबीयत खराब होने पर वह गांव चली गई थीं और साथ में दीया भी गई थी। मंगलवार को चित्रशिला घाट (रानीबाग, हल्द्वानी) में दोनों का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान परिवार, शुभचिंतकों और गणमान्य नागरिकों की आंखें नम रहीं। इस दुखद समय में सोशल मीडिया पर भी गणेश मर्तोलिया और उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की जा रही हैं। उनके गीत ‘पंचाचूली देश’, ‘जोहार’ और ‘पहाड़ की बेटी’ जैसे लोकगीतों ने उन्हें उत्तराखंड में पहचान दिलाई है।

उत्तराखंड में जंगली मशरूम से जुड़ी घटनाएं

उत्तराखंड के पर्वतीय इलाकों में जंगली मशरूम को ग्रामीण लोग स्थानीय व्यंजनों में प्रयोग करते हैं, लेकिन अक्सर सही पहचान न होने पर ये जानलेवा साबित हो सकते हैं। हर साल कई लोग विषाक्त मशरूम के कारण बीमार पड़ते हैं या अपनी जान गंवा बैठते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सभी जंगली मशरूम खाने योग्य नहीं होते। कुछ प्रजातियां अत्यधिक जहरीली होती हैं, जिनका सेवन करने पर लिवर और किडनी फेलियर, उल्टी, बेहोशी और अंततः मृत्यु तक हो सकती है।

प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी

इस दुखद घटना के बाद स्वास्थ्य विभाग और स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि अनजाने जंगली खाद्य पदार्थों का सेवन न करें। केवल प्रशिक्षित और अनुभवी ग्रामीणों से ही मशरूम की पहचान करवाएं। स्वास्थ्य समस्या होने पर तुरंत निकटतम स्वास्थ्य केंद्र पर जाएं।

Manisha Mediaperson

मनीषा हिंदी पत्रकारिेता में 20 वर्षों का गहन अनुभव रखती हैं। हिंदी पत्रकारिेता के विभिन्न संस्थानों के लिए काम करने का अनुभव। खेल, इंटरटेनमेंट और सेलीब्रिटी न्यूज पर गहरी पकड़। Uncut Times के साथ सफर आगे बढ़ा रही हैं। इनसे manisha.media@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।


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