Online Gaming industry in India : भारत में गेमिंग इंडस्ट्री पांच गुना बढ़ी

online gaming industry in India

Online Gaming industry in India : भारत की गेमिंग इंडस्ट्री दस साल में पांच गुना से अधिक बढ़ी है, और 2029 तक इसके $9.1 बिलियन (करीब 75,000 करोड़ रुपये) के मार्केट साइज़ तक पहुंचने का अनुमान है। WinZO Games और इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल (IEIC) की ताजा रिपोर्ट से पता चलता है कि भारत की गेमिंग इंडस्ट्री तेजी से आगे बढ़ रही है। मोबाइल गेमिंग, ई-स्पोर्ट्स, और गेम स्ट्रीमिंग में तेज़ी से बढ़ते युवाओं के शौक ने इस सेक्टर को नई ऊंचाइयां दी हैं। गेमिंग में निवेश और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट की वजह से भारत ग्लोबल गेमिंग हब बनने की राह पर आगे बढ़ रहा है।

गेमिंग इंडस्ट्री के आंकड़े क्या कहते हैं?

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री ने हाल के वर्षों में तेज़ी से विकास किया है। WinZO Games और इंटरएक्टिव एंटरटेनमेंट एंड इनोवेशन काउंसिल (IEIC) की ताजा रिपोर्ट में इसका खुलासा हुआ है। इस रिपोर्ट के अनुसार –

2024 में मार्केट साइज: $3.7 बिलियन (लगभग 30,000 करोड़ रुपये)

2029 तक अनुमानित ग्रोथ: $9.1 बिलियन (लगभग 75,000 करोड़ रुपये)

रियल मनी गेमिंग (RMG): गेमिंग इंडस्ट्री के कुल रेवेन्यू का 86% हिस्सा रियल मनी गेमिंग से आता है।

गेमर्स की संख्या: भारत में 591 मिलियन (59.1 करोड़) गेमर्स हैं, जो दुनिया के कुल गेमिंग पॉपुलेशन का 20% हैं।

मोबाइल गेमिंग का वर्चस्व: भारत में 11.2 बिलियन (112 करोड़) मोबाइल गेम ऐप डाउनलोड हुए हैं।

पूरी रिपोर्ट देखें : भारतीय गेमिंग इंडस्ट्री रिपोर्ट 2024

भारत की गेमिंग इंडस्ट्री कैसी है?

भारत में लगभग 1,900 गेमिंग कंपनियाँ हैं, जो 1.3 लाख प्रोफेशनल्स को रोजगार दे रही हैं। इस सेक्टर में 3 बिलियन डॉलर (25,000 करोड़ रुपये) का विदेशी निवेश भी हुआ है, जिसमें से 85% पे-टू-प्ले सेगमेंट में गया है। भारत की गेमिंग इंडस्ट्री ने हाल के वर्षों में वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान बनाई है। 2029 तक 75,000 करोड़ रुपये के मार्केट साइज़ और 2034 तक 5 लाख करोड़ रुपये के अनुमान के साथ यह इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही है। गेमिंग इंडस्ट्री में इस ग्रोथ से भारत को आर्थिक लाभ के साथ-साथ रोजगार और ग्लोबल एक्सपोज़र भी मिलेगा। WinZO Games के सह-संस्थापक पावन नंदा के अनुसार, भारत की गेमिंग इंडस्ट्री टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट और इनोवेशन के कारण ग्लोबल गेमिंग हब बनने की ओर अग्रसर है। अगर सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर और पॉलिसी सपोर्ट बढ़ाए, तो 2030 तक यह सेक्टर $10 बिलियन को पार कर सकता है।

गेमिंग इंडस्ट्री का भविष्य क्या है?

WinZO Games के सह-संस्थापक पावन नंदा ने कहा कि भारत का गेमिंग सेक्टर एक अभूतपूर्व ग्रोथ ट्रैजेक्टरी पर है। रिपोर्ट के अनुसार, भारत की डिजिटल इकोनॉमी, डेवलपर इकोसिस्टम और अनुकूल रेगुलेटरी वातावरण की वजह से 2034 तक यह इंडस्ट्री 60 बिलियन डॉलर (5 लाख करोड़ रुपये) तक पहुँच सकती है। इससे देश में 20 लाख से ज्यादा नौकरियों का सृजन होगा और भारत गेमिंग इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (IP) के एक्सपोर्ट में ग्लोबल लीडर बन सकता है।

भारत में गेमिंग इंडस्ट्री के सामने चुनौतियां

हालांकि भारत की गेमिंग इंडस्ट्री का भविष्य उज्ज्वल है, लेकिन इसे कुछ चुनौतियों का सामना भी करना पड़ रहा है। ग्रामीण इलाकों में 4G/5G और हाई-एंड डिवाइस की कमी गेमिंग ग्रोथ में बाधा बन रही है। इसके अलावा, समाज में गेमिंग को “समय की बर्बादी” मानने की धारणा भी इंडस्ट्री के लिए एक चुनौती है। WHO ने “गेमिंग डिसऑर्डर” को मानसिक बीमारी के रूप में मान्यता दी है। इससे माता-पिता और स्कूल प्रशासन के बीच बच्चों के गेमिंग को लेकर चिंता बढ़ गई है। इसके साथ ही, सरकार द्वारा गेमिंग पर लगाए गए टैक्स और प्रतिबंध भी स्टार्टअप्स के लिए चिंता का विषय बने हुए हैं।

भारत की गेमिंग इंडस्ट्री के तेजी से बढ़ने के कारण

सस्ते इंटरनेट और स्मार्टफोन की उपलब्धता: Jio के आने के बाद से डेटा क्रांति ने भारत में इंटरनेट को किफायती बना दिया है। 4G और 5G की बढ़ती पहुंच ने गेमिंग को गाँव-शहर तक लोकप्रिय बना दिया है।

स्टार्टअप्स का बूम: Dream11, MPL और WinZO जैसे गेमिंग प्लेटफॉर्म्स ने इन्वेस्टर्स से $2 बिलियन से अधिक फंड जुटाए हैं। भारत में पैसा कमाने वाले गेम्स (RMG) का ट्रेंड बढ़ा है।

ई-स्पोर्ट्स का प्रभाव: BGMI टूर्नामेंट और Free Fire लीग जैसे बड़े ई-स्पोर्ट्स इवेंट्स ने युवाओं को आकर्षित किया है। Total Gaming (Ajjubhai), Mortal और Sc0utOP जैसे स्ट्रीमर्स ने गेमिंग को करियर विकल्प बनाया है।

टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट: भारत में AI, AR, और VR टेक्नोलॉजी के कारण गेमिंग का अनुभव पहले से बेहतर हुआ है। भारत में मेटावर्स बेस्ड गेमिंग तेजी से लोकप्रिय हो रही है।

सरकार की भूमिका और समर्थन

भारत सरकार भी गेमिंग इंडस्ट्री को बढ़ावा दे रही है। केंद्र सरकार ने 2022 में AVGC (एनिमेशन, विज़ुअल इफेक्ट्स, गेमिंग और कॉमिक्स) प्रमोशन टास्क फोर्स की स्थापना की थी। इसका उद्देश्य भारत को ग्लोबल गेमिंग हब के रूप में स्थापित करना है। इस टास्क फोर्स के माध्यम से सरकार ने नई टेक्नोलॉजी को बढ़ावा देने, स्टार्टअप्स को फंडिंग प्रदान करने और इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने के प्रयास किए हैं। हालांकि, सरकार द्वारा लगाए गए 28% GST का प्रभाव गेमिंग इंडस्ट्री पर नकारात्मक पड़ा है। इससे गेमिंग प्लेटफॉर्म्स के लिए लागत बढ़ गई है, जिससे स्टार्टअप्स के प्रॉफिट मार्जिन पर दबाव बढ़ गया है। इसके अलावा, सरकार ने BGMI और Free Fire जैसे लोकप्रिय गेम्स पर अस्थायी प्रतिबंध लगाया था, जिससे इंडस्ट्री में अस्थिरता देखने को मिली थी।

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