Uttarakhand News : नैनीताल, उत्तराखंड का लोकप्रिय हिल स्टेशन, इस वीकेंड पर्यटकों की भारी भीड़ से गुलज़ार रहा। गर्मियों की शुरुआत और लंबे वीकेंड ने सैलानियों को इस खूबसूरत शहर की ओर आकर्षित किया। हालांकि, इससे शहर में यातायात जाम, पार्किंग की कमी और ठहरने की समस्याओं ने पर्यटकों और स्थानीय प्रशासन के लिए चुनौतियां खड़ी कर दीं। होटल और गेस्ट हाउस पूरी तरह भर गए, टैक्सी चालकों ने मनमाना किराया वसूला, और अनधिकृत वाहनों की मनमानी भी सामने आई।
यातायात जाम और एंट्री प्वाइंट पर लंबी कतारें
नैनीताल में पर्यटकों की भारी भीड़ के कारण हल्द्वानी और कालाढूंगी मार्ग पर मीलों लंबा जाम लग गया। एंट्री प्वाइंट पर पर्यटक वाहनों को रोकने के कारण वाहनों की लंबी कतारें देखी गईं। कई पर्यटकों को शहर में प्रवेश नहीं मिलने से निराश होकर वापस लौटना पड़ा। पुलिस ने यातायात को नियंत्रित करने के लिए विशेष ट्रैफिक प्लान लागू किया और अतिरिक्त जवानों को तैनात किया।
एसपी नैनीताल, डॉ. जगदीश चंद्र ने बताया, “नैनीताल के बाहर वाहनों को रोकने से शहर के भीतर यातायात व्यवस्था बेहतर रही। एंट्री प्वाइंट पर जाम को कम करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रात में मोबाइल टीमें गश्त करेंगी ताकि व्यवस्था सुचारू रहे।”
होटल और गेस्ट हाउस फुल, पर्यटक परेशान
शहर में पर्यटकों की भारी आमद के कारण होटल, रिसॉर्ट और गेस्ट हाउस पूरी तरह बुक हो गए। कई पर्यटकों को ठहरने के लिए जगह तलाशने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी। शनिवार को होटल की तलाश में परेशान सैलानियों को नजदीकी पर्यटन स्थलों जैसे भीमताल, मुक्तेश्वर और भवाली का रुख करना पड़ा। होटल एंड रेस्टोरेंट एसोसिएशन ने अनुमान लगाया कि इस वीकेंड 15,000 से अधिक पर्यटक नैनीताल पहुंचे। होटलों ने फुल टैरिफ वसूलकर जमकर मुनाफा कमाया।
पर्यटन स्थलों पर उमड़ी भीड़
नैनीताल के प्रमुख पर्यटन स्थल जैसे स्नोव्यू, राजभवन, केव गार्डन, बॉटनिकल गार्डन, हिमालय दर्शन और हनुमानगढ़ी शनिवार को सैलानियों से गुलज़ार रहे। नैनी झील में नौकायन करने वालों का तांता लगा रहा। मॉल रोड भी पर्यटकों की चहल-पहल से भरी रही। स्थानीय व्यापारियों का कहना है कि सोमवार तक पर्यटकों की आमद में और बढ़ोतरी होने की उम्मीद है।
इसके अलावा, कैंची धाम की ओर भी पर्यटकों की भारी भीड़ रही। कई वाहन चालक रात को ही भवाली क्षेत्र में वाहन पार्क कर सुबह कैंची धाम के लिए निकल रहे हैं।
बस में सीट नहीं, टैक्सी में मनमाना किराया
पर्यटन सीजन के जोर पकड़ते ही टैक्सी चालकों ने भी मनमाना किराया वसूलना शुरू कर दिया। हल्द्वानी से नैनीताल के लिए निर्धारित किराया 200 रुपये होने के बावजूद, टैक्सी चालक 300 से 500 रुपये प्रति सवारी वसूलते नजर आए। पर्यटकों ने इस लूट-खसोट की शिकायत की, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई।
परिवहन निगम ने हल्द्वानी-नैनीताल मार्ग पर 36 बसें तैनात की थीं, लेकिन भीड़ के कारण रोडवेज स्टेशन पर बसों का इंतजार करने वालों की लंबी कतारें लगी रहीं। बसों में सीट पाने के लिए यात्रियों में मारामारी देखी गई। रोडवेज कर्मियों ने एडवांस टिकट काटकर और कतार बनाकर यात्रियों को बसों में बिठाया।
अनधिकृत वाहनों की मनमानी
पर्यटकों की भीड़ बढ़ने के साथ शहर में अनियमितताएं भी सामने आईं। जू रोड पर हाई कोर्ट के आदेशानुसार केवल ई-वाहनों का संचालन वैध है। नगर पालिका ने हाल ही में ई-वाहनों का संचालन शुरू किया है, लेकिन शनिवार को कई पेट्रोल और डीजल टैक्सी वाहन जू रोड पर सवारियां ले जाते देखे गए। पुलिस बूथ के सामने ही अनधिकृत वाहन पर्यटकों को चिड़ियाघर ले जा रहे थे, लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
पर्यटकों के लिए सुझाव
नैनीताल घूमने की योजना बना रहे पर्यटकों के लिए कुछ सुझाव:
– अग्रिम बुकिंग: होटल और टैक्सी की बुकिंग पहले से करें।
– यातायात नियमों का पालन: जाम से बचने के लिए प्रशासन के दिशा-निर्देश मानें।
– किराया तय करें: टैक्सी बुक करने से पहले किराया तय कर लें।
– वैकल्पिक समय: वीकेंड की बजाय वीकडेज में यात्रा करें।
– स्थानीय आनंद: मोमोज, थुकपा और मॉल रोड की चहल-पहल का लुत्फ उठाएं।
पर्यटन और स्थानीय अर्थव्यवस्था
नैनीताल अपनी प्राकृतिक सुंदरता, नैनी झील, मॉल रोड और शांत वातावरण के लिए मशहूर है। गर्मियों में मैदानी इलाकों की तपन से राहत पाने के लिए लोग इस हिल स्टेशन का रुख करते हैं। नौकायन, ट्रेकिंग, स्थानीय व्यंजन और खरीदारी के लिए नैनीताल पर्यटकों की पहली पसंद है। हालांकि, इस बार भीड़ और अव्यवस्था ने कई सैलानियों के अनुभव को प्रभावित किया।
पर्यटकों की भीड़ ने स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति दी। होटल, रेस्टोरेंट, टैक्सी सेवाएं और दुकानदारों को अच्छा कारोबार मिला। हालांकि, यातायात, पार्किंग और लूट-खसोट की समस्याओं ने पर्यटकों के अनुभव को प्रभावित किया। विशेषज्ञों का कहना है कि नैनीताल में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, ट्रैफिक मैनेजमेंट और नियमों का कड़ाई से पालन जरूरी है।


शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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