केदारनाथ धाम के कपाट खुले, चार धाम यात्रा 2025 की शुरुआत

केदारनाथ धाम के कपाट खुले, चार धाम यात्रा 2025 की शुरुआत

केदारनाथ : विश्व प्रसिद्ध ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम के कपाट शुक्रवार 2 मई 2025 को सुबह 7 बजे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस शुभ अवसर पर हजारों भक्तों ने बाबा केदारनाथ के दर्शन किए, और केदारघाटी ‘हर-हर महादेव’ के जयकारों से गूंज उठी। यह घटना चार धाम यात्रा 2025 की शुरुआत का प्रतीक है, जो लाखों तीर्थयात्रियों को यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ, और बद्रीनाथ धाम की ओर आकर्षित करती है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बने साक्षी

कपाट खोलने की प्रक्रिया तड़के सुबह 5 बजे से शुरू हुई। विधिवत पूजा और वेदपाठ के बाद सुबह 7 बजे मंदिर के दक्षिण द्वार को श्रद्धालुओं के लिए खोला गया। इस दौरान सेना की ग्रेनेडियर रेजीमेंट ने भक्ति संगीत प्रस्तुत किया।उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं बाबा केदार के दरबार में उपस्थित होकर पूजा-अर्चना की और प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि व शांतिमय जीवन की कामना की। उन्होंने कहा कि यह क्षण पूरे देश और सनातन धर्मावलंबियों के लिए अत्यंत पावन है।

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प्रधानमंत्री मोदी के नाम पहली पूजा

श्री केदारनाथ धाम में कपाट खुलते ही सबसे पहली पूजा प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नाम पर सम्पन्न की गई। प्रधानमंत्री मोदी को बाबा केदार का अनन्य भक्त माना जाता है। उन्हीं के नेतृत्व में वर्ष 2013 की आपदा के बाद केदारपुरी का पुनर्निर्माण भव्य रूप से संभव हो सका है। मुख्यमंत्री ने केदारनाथ की स्वच्छता में योगदान देने वाले पर्यावरण मित्रों और पुनर्निर्माण कार्य में लगे कर्मियों को भी सम्मानित किया। उन्होंने यात्रा व्यवस्थाओं को लेकर श्रद्धालुओं से फीडबैक लिया और राज्य सरकार की ओर से की गई व्यवस्थाओं के लिए उन्हें धन्यवाद मिला।

हेली से पुष्पवर्षा, मंदिर 108 क्विंटल फूलों से सजा

कपाट खुलने के अवसर पर श्री केदारनाथ मंदिर को 108 क्विंटल से अधिक फूलों से सजाया गया। इस अवसर पर हेलीकाॅप्टर से पुष्पवर्षा भी की गई, जिससे श्रद्धालु अत्यंत आनंदित दिखे। इस अवसर पर सीएम की पत्नी गीता पुष्कर धामी, विधायक आशा नौटियाल, डॉ. मधु भट्ट, कर्नल अजय कोठियाल, श्रीनिवास पोस्ती, अंकित सेमवाल, उमेश पोस्ती, हिमांशु चमोली सहित कई श्रद्धालु, तीर्थ पुरोहित व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

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मुख्यमंत्री ने श्रद्धालुओं से की मुलाकात

मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने केदारनाथ परिसर में आयोजित मुख्य सेवक भंडारा में श्रद्धालुओं को सपत्नी प्रसाद वितरित किया और भोजन परोसा। श्रद्धालु मुख्यमंत्री को अपने बीच पाकर आनंदित नजर आए। इस दौरान हजारों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में 2000 करोड़ रुपये से अधिक लागत का केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्य जारी है। प्रधानमंत्री न केवल इसके मार्गदर्शक हैं बल्कि समय-समय पर इसकी निगरानी और समीक्षा भी करते हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार ने गौरीकुंड से केदारनाथ तक रोपवे निर्माण की स्वीकृति भी प्रदान की है।

केदारनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया

केदारनाथ मंदिर के कपाट खुलने की तिथि हर साल महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर घोषित की जाती है। इस साल 26 फरवरी 2025 को ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में पंचांग गणना के बाद 2 मई की तारीख तय की गई थी। कपाट खुलने से पहले 27 अप्रैल को भैरव पूजा के साथ धार्मिक अनुष्ठान शुरू हुए। बाबा केदार की पंचमुखी डोली 28 अप्रैल को गुप्तकाशी, 29 अप्रैल को फाटा, 30 अप्रैल को गौरीकुंड, और 1 मई को केदारनाथ धाम पहुंची। आज सुबह 7 बजे वैदिक मंत्रोच्चार और ढोल-नगाड़ों के बीच कपाट खोले गए।

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केदारनाथ धाम का धार्मिक और ऐतिहासिक महत्व

केदारनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और चार धाम यात्रा का तीसरा पड़ाव है। 11,968 फीट की ऊंचाई पर स्थित यह मंदिर पंच केदार में भी प्रमुख स्थान रखता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, महाभारत युद्ध के बाद पांडवों ने भगवान शिव से क्षमा मांगने के लिए इस मंदिर का निर्माण कराया था। यहां शिवजी ने पांडवों को बैल के रूप में दर्शन दिए, जिसके कारण स्वयंभू शिवलिंग की पूजा की जाती है। माना जाता है कि केदारनाथ के दर्शन से भक्तों के सभी पाप नष्ट हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।

केदारनाथ यात्रा के लिए जरूरी टिप्स

केदारनाथ यात्रा में 16 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई शामिल है, इसलिए शारीरिक और मानसिक तैयारी जरूरी है। श्रद्धालुओं को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

    • रजिस्ट्रेशन: यात्रा शुरू करने से पहले आधिकारिक वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर आधार कार्ड के जरिए रजिस्ट्रेशन करें।
    • स्वास्थ्य: ठंडे मौसम और ऊंचाई के कारण ऑक्सीजन की कमी हो सकती है। डॉक्टर की सलाह लें और दवाइयां साथ रखें।
    • सामान: गर्म कपड़े, मजबूत जूते, और रेनकोट जरूरी हैं।
    • आवास: केदारनाथ, गुप्तकाशी, या सोनप्रयाग में गेस्ट हाउस और आश्रम उपलब्ध हैं। पहले से बुकिंग कर लें।
    • साफ-सफाई: पर्यावरण की रक्षा के लिए प्लास्टिक का उपयोग न करें और सात्विक भोजन करें।

कपाट बंद होने की तारीख

केदारनाथ धाम के कपाट हर साल भाई दूज के अवसर पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए जाते हैं। पिछले साल 2024 में कपाट 3 नवंबर को बंद हुए थे। इस साल 2025 में कपाट नवंबर के पहले सप्ताह में बंद होने की संभावना है, जिसकी घोषणा बाद में की जाएगी। शीतकाल में बाबा केदार की पूजा-अर्चना ऊखीमठ के ओंकारेश्वर मंदिर में होती है।

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बद्रीनाथ धाम के कपाट 4 मई को खुलेंगे

मुख्यमंत्री ने कहा कि 4 मई को बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलेंगे। यात्रा के सफल संचालन के लिए राज्य सरकार पूर्णत: तैयार है। उन्होंने कहा कि गत वर्ष आपदा के चलते यात्रा बाधित हुई थी, लेकिन सरकार और प्रशासन ने जनता के सहयोग से यात्रा को पुनः चालू किया, जिससे रिकॉर्ड संख्या में श्रद्धालु चारधाम पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा राज्य की लाइफलाइन है और लाखों लोगों की आजीविका से जुड़ी हुई है। इस यात्रा को सालभर चलाने के लिए राज्य सरकार ने शीतकालीन यात्रा की भी शुरुआत की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा मुखवा, उत्तरकाशी में मां गंगा के दर्शन भी इसी दिशा में महत्वपूर्ण कदम रहे।

चार धाम यात्रा 2025 की तैयारियां

चार धाम यात्रा की शुरुआत 30 अप्रैल 2025 को अक्षय तृतीया के अवसर पर यमुनोत्री और गंगोत्री धाम के कपाट खुलने के साथ हुई। केदारनाथ धाम के कपाट खुलने के लिए मंदिर को 108 क्विंटल फूलों और मालाओं से सजाया गया। हेलिकॉप्टर से पुष्प वर्षा की गई, और भारतीय सेना के बैंड ने भक्तिमय धुनों से माहौल को और आध्यात्मिक बना दिया। उत्तराखंड सरकार ने 15,000 से अधिक श्रद्धालुओं के रात्रि प्रवास की व्यवस्था की है, और टोकन सिस्टम के जरिए दर्शन को व्यवस्थित किया जा रहा है।

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SD Pandey

शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।


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