नैनीताल (उत्तराखंड) : कैंची धाम में बाबा नीम करौली महाराज आश्रम के 61वें स्थापना दिवस पर रविवार सुबह से ही श्रद्धा और भक्ति का अभूतपूर्व दृश्य देखने को मिला। भक्तों की कई किलोमीटर लंबी कतारें सुबह से लगनी शुरू हो गईं। देर शाम तक लगभग डेढ़ लाख भक्तों ने दर्शन कर महाप्रसाद लिया। रिमझिम बारिश के बावजूद बाबा के जयकारों से धाम गूंजता रहा।
पैदल नापी मंदिर की डगर
सुबह 5 बजे मालपुए के प्रसाद वितरण के साथ कैंची धाम में स्थापना दिवस समारोह की शुरुआत हुई। दिल्ली, मुंबई, हरियाणा, सूरत, नेपाल समेत देश-विदेश से आए भक्तों ने बारिश की परवाह किए बिना दर्शन किए। लंबी लाइनों में लगकर भक्तों ने पैदल ही मंदिर की डगर नापी।
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शटल वाहनों से पहुंचे हजारों भक्त
स्थापना दिवस पर श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए कैंची धाम क्षेत्र को जीरो जोन घोषित किया गया। भीमताल, भवाली, नैनीताल और हल्द्वानी से श्रद्धालुओं के लिए 600 शटल वाहनों की व्यवस्था की गई। डीएम और एसएसपी स्वयं शटल से कैंची धाम पहुंचे और व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। हर चौराहे, मोड़ और मुख्य बिंदु पर पुलिस की तैनाती रही ताकि यातायात सुचारु बना रहे।
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फूलमालाओं से सजा बाबा धाम
बारिश, भीड़ और लंबी कतारों के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह और बाबा के प्रति विश्वास देखते ही बनता है। कैंची धाम को इस विशेष दिन पर दुल्हन की तरह सजाया गया। फूल-मालाओं, रंग-बिरंगे पंखुड़ियों और LED लाइटों से मंदिर परिसर को सजाया गया। हर दीवार, मार्ग और द्वार श्रद्धा और आस्था की रोशनी में नहाया नजर आया। रात के समय मंदिर की जगमगाती सजावट ने भक्तों को दिव्य अनुभूति दी।
डीएम-एसएसपी करते रहे निगरानी
डीएम वंदना सिंह ने कहा कि भारी भीड़ को देखते हुए विशेष सतर्कता बरती गई है। हर श्रद्धालु को सुगमता से बाबा के दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है। एसएसपी प्रह्लाद नारायण मीणा ने बताया कि काठगोदाम, नैनीताल, भवाली, कैंची और भीमताल सहित प्रमुख स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि श्रद्धालुओं और पर्यटकों को किसी तरह की परेशानी न हो।
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कैंची धाम आध्यात्मिकता का केंद्र
कैंची धाम केवल एक तीर्थस्थल नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक ऊर्जा का केंद्र है। हनुमान जी को समर्पित यह धाम बाबा नीम करौली महाराज द्वारा स्थापित किया गया था, जो अपने चमत्कारों और आध्यात्मिक उपदेशों के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध हैं। 15 जून 1964 को इसका शुभारंभ हुआ था, और आज यह गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई, एपल के स्टीव जॉब्स जैसे वैश्विक दिग्गजों की आस्था का केंद्र बन चुका है।


शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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