अल्मोड़ा : उत्तराखंड के अल्मोड़ा शहर में स्थित मेगा मार्ट के पास प्रसिद्ध गोपाल दूध डेयरी में आज 15 मई 2025 को सुबह 9:30 बजे के आसपास आग लगने की घटना से पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दुकान में दूध वितरण का कार्य चल रहा था, तभी अचानक आग की लपटें उठने लगीं, जिससे आसपास के इलाके में अफरा-तफरी की स्थिति बन गई। करीब आधे घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया गया।
गोपाल सिंह सांगा और उनके पुत्र झुलसे
वहीं इस हादसे में डेयरी मालिक गोपाल सिंह सांगा और उनके पुत्र झुलस गए, जिसके बाद दोनों को अस्पताल भर्ती कराया गया। पुलिस अधिकारियों के अनुसार, आग लगने का कारण गैस सिलेंडर में रिसाव या शॉट सर्किट हो सकता है। आग से गोपाल दूध डेयरी को हुए नुकसान का आकलन प्रशासन द्वारा किया जा रहा है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, दुकान में रखे दूध, अन्य डेयरी उत्पाद और कुछ उपकरण आग की चपेट में आए हैं। हालांकि, सटीक नुकसान का अनुमान जांच पूरी होने के बाद ही सामने आएगा। घटना के कारण मेगा मार्ट और आसपास के क्षेत्र में कुछ समय के लिए यातायात भी प्रभावित रहा।
स्थानीय लोगों का कहना है कि गोपाल सिंह सांगा की दूध की डेयरी में सुबह से ही सामान्य रूप से काम चल रहा था। सुबह 9:30 बजे के आसपास जब दुकान में ग्राहकों की भीड़ थी, अचानक आग की लपटें दिखाई दीं। कुछ लोगों ने बताया कि आग की शुरुआत संभवतः गैस पाइप काटने के दौरान चिंगारी उठने से हुई। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक आग लगने के सटीक कारण की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है। आग की लपटें तेजी से फैलने लगीं, जिससे आसपास की दुकानों और स्थानीय निवासियों में डर का माहौल बन गया। देखते ही देखते, घटनास्थल पर लोगों की भीड़ जमा हो गई।
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प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीम पहुंची
घटना की सूचना मिलते ही अल्मोड़ा प्रशासन और फायर ब्रिगेड की टीमें तुरंत मौके पर पहुंच गईं। फायर ब्रिगेड ने आग पर काबू पाने के लिए तत्काल कार्रवाई शुरू की, जबकि पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने आसपास के क्षेत्र को खाली कराकर स्थिति को नियंत्रित किया। आसपास के क्षेत्र को तुरंत खाली कराया गया। आम नागरिकों को घटनास्थल से दूर रहने की सलाह दी गई। इसके बाद क्षेत्र को घेरकर सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की गई। फायर ब्रिगेड की कई गाड़ियां आग बुझाने में जुटीं। समाचार लिखे जाने तक, फायर ब्रिगेड की टीमें आग पर पूरी तरह काबू पाने की कोशिश में जुटी थीं। प्रशासन ने स्थिति को नियंत्रण में होने की बात कही है, और किसी भी तरह की जनहानि की सूचना अभी तक नहीं मिली है।
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जांच और कार्रवाई
प्रशासन ने आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार, गैस पाइप से संबंधित तकनीकी खराबी को आग का कारण माना जा रहा है। हालांकि, जांच पूरी होने के बाद ही सटीक कारण सामने आएगा। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन और फायर ब्रिगेड की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है। एक स्थानीय दुकानदार, रमेश चंद्र ने कहा, “प्रशासन की तेजी से काम करने की वजह से एक बड़ा हादसा टल गया। फायर ब्रिगेड ने समय पर पहुंचकर स्थिति को संभाला।” कई लोगों ने सोशल मीडिया पर भी इस घटना को लेकर अपनी चिंता व्यक्त की और प्रशासन की सक्रियता की तारीफ की।
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अग्नि सुरक्षा उपायों की जांच होगी
अल्मोड़ा के जिला प्रशासन ने भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने का आश्वासन दिया है। साथ ही, स्थानीय दुकानों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में अग्नि सुरक्षा उपायों की जांच को और सख्त करने की बात कही गई है। गोपाल दूध डेरी जैसे व्यस्त व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में सुरक्षा मानकों का पालन और नियमित जांच जरूरी है। प्रशासन स्थिति पर पूरी नजर बनाए हुए है, और क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं। गोपाल दूध डेयरी के मालिक और कर्मचारियों ने भी प्रशासन के सहयोग की सराहना की है।


शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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