Uttarakhand News : उत्तरकाशी जिले के धराली क्षेत्र में आई विनाशकारी बाढ़ के तीसरे दिन शुक्रवार को मौसम खुलते ही राहत और बचाव कार्यों ने जोर पकड़ लिया। भारतीय वायुसेना के चिनूक और एमआई-17 हेलिकॉप्टर समेत यूकाडा (UCADA) के आठ निजी हेलिकॉप्टर इस ऑपरेशन में जुटे हुए हैं। इन हेलिकॉप्टरों की मदद से अब तक 657 फंसे हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
सबसे ज्यादा गुजरात, महाराष्ट्र के लोग
सचिव आपदा प्रबंधन की ओर से मिली जानकारी के अनुसार रेस्क्यू किए गए लोगों में उत्तराखंड के अलावा गुजरात (131), महाराष्ट्र (123), मध्य प्रदेश (21), उत्तर प्रदेश (12), दिल्ली (7), राजस्थान (6), असम (5), कर्नाटक (5), तेलंगाना (3) और पंजाब (1) के यात्री शामिल हैं। बताया जा रहा है ये सभी लोग पूरी तरह से सुरक्षित हैं। सभी को उत्तरकाशी से देहरादून लाया जा रहा है।
- गंगोत्री से हर्षिल: 274 लोग
- गंगोत्री से नेलांग: 19 लोग
- हर्षिल से मताली: 252 लोग
- हर्षिल से जौलीग्रांट: 112 लोग
सीएम धामी ने जाना हाल
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी बुधवार से ही ग्राउंड जीरो पर मौजूद रहे। रात्रि प्रवास भी सीएम धामी ने उत्तरकाशी में ही किया था। गुरुवार को सीएम ने रेस्क्यू हुए लोगों का कुशलक्षेम जानने के लिए पहुंचे। इस दौरान सीएम ने प्रभावितों का ढांढस बंधाया और उन्हें हर संभव सहायता दिए जाने का आश्वासन दिया। सीएम ने कहा कि संकट की इस घड़ी में सरकार और प्रशासन पूरी तत्परता से प्रभावितों और उनके परिवार के साथ है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आपदा राहत के लिए अपना एक माह का वेतन दान देने की घोषणा की है। साथ ही, उत्तराखंड आईएएस एसोसिएशन ने भी एक दिन का वेतन पीड़ितों की सहायता हेतु देने का फैसला किया है।
कांग्रेस का सरकार पर निशाना
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उत्तरकाशी में है। इस दौरान उन्होंने धामी सरकार पर निशाना साधा है। माहरा ने कहा कि धराली में तबाही के 45 घंटे बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न तो मौके पर मेडिकल टीम पहुंची और न ही राहत सामग्री। माहरा ने कहा मुख्यमंत्री धामी खुद हेलीकॉप्टर से हवाई फोटोज़ खिंचवाने जरूर आ जाते हैं, लेकिन जब बात राहत पहुंचाने की आती है तो वही हेलीकॉप्टर ‘उपलब्ध नहीं’ होता? उन्होंने कहा ये आपदा नहीं सरकार की संवेदनहीनता की पराकाष्ठा है।
चिनूक और एमआई-17 से राहत कार्य तेज़
चिनूक हेलिकॉप्टरों के जरिए जौलीग्रांट एयरपोर्ट से भारी मशीनरी जैसे जेसीबी, एस्कवेटर, डोजर, टिप्पर और जनरेटर को चिन्यालीसौड़ पहुंचाया गया, जहां से इन्हें हर्षिल भेजा गया। वहीं राहत सामग्री के रूप में 2500 फूड पैकेट्स भी हर्षिल भेजे गए हैं। भारतीय सेना, आईटीबीपी, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, राजपूताना राइफल्स, और एसएफ आर्मी की टीमें धराली क्षेत्र में लगातार लापता लोगों की तलाश में जुटी हुई हैं।
नेशनल हाईवे बहाल लेकिन पुल क्षतिग्रस्त
भटवाड़ी के पास गंगोत्री नेशनल हाईवे का 100 मीटर हिस्सा बहाल कर दिया गया है। हालांकि, इससे आगे 15 किलोमीटर की दूरी पर एक मुख्य पुल पूरी तरह ध्वस्त है। जिससे जमीनी मार्ग से राहत पहुंचाने में अभी बाधाएं हैं और हवाई मार्ग ही एकमात्र विकल्प बना हुआ है। धराली आपदा का असर राज्य के पर्यटन व्यवसाय पर भी देखने को मिल रहा है। आगामी 15 अगस्त, जन्माष्टमी और रविवार की छुट्टियों को लेकर पर्यटकों ने बुकिंग की थी, लेकिन आपदा के बाद 25–30% बुकिंग रद्द कर दी गई है। होटल एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष संदीप साहनी के अनुसार, नई बुकिंग में भी कमी देखने को मिल रही है।
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मनीषा हिंदी पत्रकारिेता में 20 वर्षों का गहन अनुभव रखती हैं। हिंदी पत्रकारिेता के विभिन्न संस्थानों के लिए काम करने का अनुभव। खेल, इंटरटेनमेंट और सेलीब्रिटी न्यूज पर गहरी पकड़। Uncut Times के साथ सफर आगे बढ़ा रही हैं। इनसे manisha.media@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।
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