अल्मोड़ा-हल्द्वानी हाईवे रात में फिर बंद, क्वारब डेंजर जोन में ये हालात

अल्मोड़ा-हल्द्वानी रोड पर भू-स्खलन : ट्रैफिक डायवर्जन लागू, 29 जून से प्रभावी

अल्मोड़ा : अल्मोड़ा-हल्द्वानी नेशनल हाईवे (NH-109) पर स्थित क्वारब क्षेत्र में भूस्खलन और बोल्डर गिरने की घटनाओं को देखते हुए अब इस हाईवे को रात के समय बंद रखने का फैसला लिया गया है। जिला मजिस्ट्रेट और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण अध्यक्ष आलोक कुमार पांडे ने यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए यह सख्त आदेश जारी किया है।

क्यों बंद किया गया क्वारब हाईवे?

राष्ट्रीय राजमार्ग 87 (नया NH-109) पर किमी 56 के पास क्वारब पुल के निकट पिछले कई दिनों से लगातार 200 मीटर क्षेत्र में भूस्खलन (लैंडस्लाइड) हो रहा है। हिल साइड की ओर से बड़े-बड़े बोल्डर, मिट्टी और मलबा सड़क पर गिर रहे हैं। इससे सड़क की स्थिरता और यात्री सुरक्षा दोनों को गंभीर खतरा उत्पन्न हो गया है।

रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक पूरी तरह बंद

दिनांक: 4 जुलाई से 18 जुलाई 2025 तक
समय: रात्रि 11:00 बजे से प्रातः 5:00 बजे तक
प्रतिबंधित श्रेणी: सभी हल्के और भारी वाहन
(सिर्फ एम्बुलेंस, क्रेन और आवश्यक सेवाओं वाले वाहनों को ही छूट)

समस्या बन गया है क्वारब डेंजर जोन

क्वारब डेंजर जोन में पहले भी कई बार मलवा और पत्थर गिरने की घटनाएं सामने आई हैं, जिसके कारण सड़क बंद करनी पड़ी थी। इस बार प्रशासन ने समय रहते कार्रवाई शुरू कर दी है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। अल्मोड़ा-हल्द्वानी राष्ट्रीय राजमार्ग-109 कुमाऊं क्षेत्र का एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो अल्मोड़ा, नैनीताल, हल्द्वानी, और अन्य पर्वतीय क्षेत्रों को जोड़ता है। यह मार्ग न केवल स्थानीय लोगों के लिए आवागमन का प्रमुख साधन है, बल्कि कैंची धाम, भीमताल, और मुक्तेश्वर जैसे पर्यटन स्थलों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस मार्ग पर भूस्खलन की घटनाएं मानसून के दौरान एक आम समस्या रही हैं।

आदेश की अवहेलना पर सख्त कार्रवाई

  • संबंधित चौकी या थाना प्रभारी को दुर्घटना या यातायात के लिए पूर्ण रूप से जिम्मेदार माना जाएगा।
  • आपदा प्रबंधन अधिनियम-2005 के तहत आदेश की अनदेखी दंडनीय अपराध होगा।
  • अत्यधिक आवश्यक परिस्थिति में वाहन संचालन हेतु अनुमति लेने के लिए संबंधित उपजिलाधिकारी, पुलिस क्षेत्राधिकारी या जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी से संपर्क करना अनिवार्य होगा।

क्या हो रहा है काम?

  • पोकलेन, जेसीबी और टिप्पर के जरिए मलबा हटाने और हिल कटिंग का कार्य जारी है।
  • कटिंग के बाद सोलिंग और रोड रीस्टोरेशन का काम भी चल रहा है ताकि यातायात सामान्य हो सके।
  • हालांकि, अब भी कुछ अंतराल में मलबा गिरने की घटनाएं जारी हैं, जिससे यह मार्ग रात में यात्रा के लिए असुरक्षित बना हुआ है।

यात्रियों से अपील

जिला प्रशासन ने सभी यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे रात्रि यात्रा को टालें, और सुबह 5 बजे के बाद ही इस रूट से सफर करें। इससे न केवल अपनी जान की सुरक्षा होगी, बल्कि आपदा से निपटने वाले कर्मचारियों के काम में भी सहयोग मिलेगा। जिला प्रशासन ने यात्रियों और स्थानीय लोगों से ये सावधानियां बरतने की अपील की है-

  • दिन में यात्रा करें: 4 जुलाई से 18 जुलाई 2025 तक रात 11:00 बजे से सुबह 5:00 बजे के बीच इस मार्ग पर यात्रा से बचें।

  • वैकल्पिक मार्ग: यदि रात में यात्रा आवश्यक हो, तो संबंधित अधिकारियों से अनुमति लें या वैकल्पिक मार्गों का उपयोग करें।

  • सुरक्षा उपाय: सड़क पर चेतावनी बोर्ड और दिशा-निर्देशों का पालन करें, खासकर क्वारब डेंजर जोन में।

  • आपातकालीन संपर्क: किसी भी आपात स्थिति में जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय, अल्मोड़ा या स्थानीय पुलिस से संपर्क करें।

 

SD Pandey

शंकर दत्त पांडेय वरिष्ठ पत्रकार हैं और पिछले चार दशक से मीडिया की दुनिया में सक्रिय हैं। Uncut Times के साथ वरिष्ठ सहयोगी के रूप से जुड़े हैं। उत्तराखंड की पत्रकारिता में जीवन का बड़ा हिस्सा बिताया है। कुमाऊं के इतिहास की अच्छी जानकारी रखते हैं। दर्जनों पत्र-पत्रिकाओं में समसामयिक और शोधपरक लेख प्रकाशित। लिखने-पढ़ने और घूमने में रुचि। इनसे SDPandey@uncuttimes.com पर संपर्क कर सकते हैं।


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